पैगंबर मुहम्मद की आड़ में अब भी चल रहा भारत विरोधी अंतर्राष्ट्रीय अभियान

punjabkesari.in Sunday, Aug 14, 2022 - 04:53 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पैगंबर मुहम्मद की आड़ में कई मुस्लिम देशों द्वारा भारत के  खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय अभियान चला  कर जहर उगला जा रहा है। भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के द्वारा पैगंबर मुहम्मद पर दिए गए विवादित बयान के बाद से भारत कट्टरपंथी देशों के निशाने पर है । उल्लेखनीय है कि भारत के सदियों से अरब और मुस्लिम देशों से मित्रवत सबंध रहे है। इतिहास में पहली बार भारत को इन देशों की सख्त नाराजगी का सामना करना पड़ा। हालांकि ये पूरा मामला जैसा प्रतीत होता है। वैसा है नहीं।

 

इस बारे में DFRAC अपनी इस रिपोर्ट में बड़ा खुलासा करने जा रहा है कि कैसे पैगंबर की आड़ में एक प्रायोजित भारत विरोधी अभियान को चलाया गया।   पैगंबर मुहम्मद का इस्लाम धर्म में अल्लाह के बाद सर्व्वोच स्थान है। दुनिया भर के 1.8 बिलियन मुसलमानों के लिए पैगंबर मुहम्मद का सम्मान एक भावनात्मक मुद्दा है। दुनिया के किसी भी हिस्से में पैगंबर मुहम्मद पर की जाने वाली विवादित टिप्पणियां, उनके बारे में दिये जाने वाले विवादित बयान दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी को सीधे प्रभावित करते हैं जिसका सीधा असर जियो पॉलिटिक्स पर भी पड़ता है। फ्रांस की पत्रिका चार्ली हेब्दों और डेनमार्क के अखबार जीलैंड्स-पोस्टेन द्वारा छापे गए विवादित कार्टून के कारण दोनों देशों को दुनिया भर में काफी विरोध झेलना पड़ा था। 

 

@SUPPORTPROPHETM यानि इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन टु सपोर्ट द प्रॉफ़ेट ऑफ इस्लाम पैगंबर मुहम्मद के समर्थन में चलाया जाना वाला एक वैश्विक अभियान है। जो अंतराष्ट्रीय स्तर पर पैगंबर के सम्मान और इस्लामोंफोबिक मुद्दों को ये ज़ोर-शोर से उठाने का दावा करता है।  इस संगठन के अधिकतर सदस्यों का धार्मिक जुडाव “मुस्लिम ब्रदरहुड” से है। यह  सय्यद क़ुतुब, अबुल आला मौदूदी के राजनैतिक इस्लाम और इब्न तैमिया व इब्न अब्दल वहाब के सलाफ़ी विचारधारा पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय संगठन है। इब्न अब्दल वहाब पर इस्लाम की कट्टर विचारधारा को बढ़ाने और पैगंबर मुहम्मद और उनके परिजनों का अपमान करने का आरोप है। ऐसे में ये बात बड़ी हास्यास्पद है कि जिस विचारधारा के जनक ने ही पैगंबर का अपमान किया हो तो उस विचारधारा के लोग आखिर क्यों पैगंबर के समर्थन में खड़े हो रहे है?

 

@SupportProphetM की वेबसाईट के अनुसार दुनिया भर के 50 से अधिक कथित उलेमाओं को जोड़कर इस संगठन का गठन किया गया। इसका संचालन तुर्की के इस्तांबुल से होता है। संगठन में न्यासी बोर्ड के सदस्य के रूप में भारत से शेख सलमान हुसैन अल हुसैनी अल नदवी भी शामिल है। उन पर आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट के प्रमुख अबूबक्र अल बगदादी को पत्र लिखकर समर्थन करने का आरोप है। नूपुर शर्मा के विवादित बयान के बाद संगठन की और से दुनिया भर में विशेषकर खाड़ी और अरब मुल्कों में भारत के खिलाफ दुष्प्रचार का अभियान चलाया गया। हालांकि ये अभियान शुरू में पैगंबर के सम्मान से जुड़ा दिखाई देता है।

 

लेकिन बाद में स्पष्ट हो गया कि दुष्प्रचार का ये अभियान पैगंबर के सम्मान के लिए नहीं बल्कि भारत को अंतराष्ट्रीय स्तर पर निशाना बनाने के लिए है। संगठन की और से भारत के आंतरिक मामलों में सीधे हस्तक्षेप की कोशिश की गई।  @SupportProphetM यानि इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन टु सपोर्ट द प्रॉफ़ेट ऑफ इस्लाम का आधिकारिक ट्विटर अकाउंट है। ये अकाउंट 13 अक्टूबर 2021 को बनाया गया था। अकाउंट के वर्तमान में 73.7K फॉलोवर है। इस अकाउंट के जरिए भारत की छवि को मुस्लिम और अरब देशों में खराब करने के लिए कई हैशटैग चलाए गए। इन हैशटैग के साथ भारत को बदनाम करने के लिए फेक और भ्रामक खबरों का भी सहारा लिया गया।

 

नूपुर शर्मा के बयान के बाद अरब देशों में भारत विरोधी दुष्प्रचार करने के लिए इस अकाउंट के जरिए कई हैशटेग चलाये गए जो अब भी जारी हैं। इन हैशटेग के साथ किए गए ट्वीट में भारत में अतीत में घटित हो चुकी घटनाओं को भी तोड़-मरोड़कर प्रस्तुत किया गया जिससे अरब देशों को ऐसा प्रतीत हो कि भारत में मुसलमानों पर होने वाला अत्याचार जल्द ही नरसंहार का रूप धारण कर सकता है।ये हैशटेग उसी तरह से चलाये गए जैसे इससे पहले कुवैत में चलाये गए थे। जिसका खुलासा DFRAC ने अपनी रिपोर्ट कुवैत में चलने वाले भारत विरोधी हैशटेग का विश्लेषण में किया है।


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Content Writer

Tanuja

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