सिंधु नदी जल विवाद पाक की नई चाल, 1965 के युद्ध की तरह बना रहा हालात

punjabkesari.in Sunday, Jul 15, 2018 - 04:11 PM (IST)

इस्लामाबादः सिंधु नदी जल विवाद फिर गर्माने लगा है। पाकिस्तान के लिए सिंधु नदी  पर विवादित डैम प्रॉजेक्ट के लिए फंड जुटाना जब मुश्किल हो गया तो उसने भारत के खिलाफ माहौल पैदा करने की नई चाल चली है। राष्ट्रहित की बात कर अब देश में भारत के साथ 1965 में लड़े गए युद्ध की तरह का लोगों में जुनून पैदा करने की कोशिश की जा रही है। दरअसल, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में सिंधु नदी पर प्रस्तावित इस डैम का भारत कई वर्षों से विरोध कर रहा है। इस वजह से पाकिस्तान को इंटरनैशनल फंडिंग नहीं मिल पा रही है। अब पाकिस्तान की फौज और दूसरे प्रतिष्ठानों ने फंड जुटाने का नया तरीका अपनाया है।

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गुलाम कश्मीर में सिंधु नदी पर डैम बनाने के लिए सार्वजनिक कोष गठित करने का आदेश दिया है। मुख्य न्यायाधीश जस्टिस शाकिब निसार ने इस दिशा में खुद पहल करते हुए 10 लाख रुपए का चंदा दिया है। पाकिस्तानी सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने भी बांध निर्माण के लिए एक महीने का वेतन देने की घोषणा की है। इसके अलावा क्रिकेटर शाहिद आफरीदी और अन्य निजी संगठनों ने भी चंदा देने की घोषणा की है। सिंधु नदी पर डैम बनाने के लिए अब तक पांच करोड़ की राशि इकट्ठा हो चुकी है। पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस निसार ने इसको लेकर चौंकाने वाली टिप्पणी भी की है।

उन्होंने कहा, वर्ष 1965 के युद्ध के वक्त जिस तरह का जोश और दीवानगी दिखी थी, डैम निर्माण के लिए एक बार फिर से वैसा ही जोश दिखना चाहिए।  पाकिस्तान वर्षों से सिंधु नदी पर डैम बनाने के लिए विदेशी फंड जुटाने का प्रयास कर रहा है, लेकिन भारत के दबाव के कारण कोई भी संस्था बांध निर्माण के लिए आर्थिक मदद देने को तैयार नहीं है। मालूम हो कि पाकिस्तान सिंधु नदी पर गुलाम कश्मीर के गिलगिट-बाल्टीस्तान इलाके में 4,500 मेगावाट क्षमता वाली विद्युत परियोजना लगाने की जुगत में है।


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Tanuja

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