Indigo में सफर करने वाले हो जाएं सावधान, यात्रियों को परेशान करने में ये Airlines सबसे आगे

punjabkesari.in Wednesday, Dec 03, 2025 - 07:38 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इस समय अपने इतिहास के सबसे बड़े परिचालन संकट से जूझ रही है। कभी समय की पाबंदी के लिए मशहूर रही यह कंपनी अब गंभीर अव्यवस्था में है-स्थिति यह है कि उसकी समय पर उड़ान भरने की दर गिरकर सिर्फ 35% रह गई है। मंगलवार को सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़े इस गिरावट की गंभीरता को साफ दिखाते हैं। बुधवार को भी हालात सुधर नहीं पाए। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे बड़े हवाई अड्डों पर दोपहर तक लगभग 200 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जिससे हजारों घरेलू यात्री फंस गए और पूरे नेटवर्क में कोहराम मच गया।

क्रू की कमी और नए नियम- इंडिगो के संकट की जड़ क्या है?

इंडिगो में वर्तमान अव्यवस्था का सबसे बड़ा कारण है क्रू की भारी कमी, विशेषकर पायलटों की उपलब्धता। पिछले महीने लागू हुए संशोधित फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों में पायलटों और केबिन क्रू के लिए अधिक आराम घंटे अनिवार्य कर दिए गए हैं। इंडिगो का विशाल उड़ान नेटवर्क इन नए मानदंडों के मुताबिक तुरंत समायोजित नहीं हो पाया, जिसके चलते पर्याप्त क्रू उपलब्ध नहीं रहा और बड़ी संख्या में उड़ानें देरी या रद्द होने लगीं।

सूत्रों के मुताबिक, कई उड़ानें तो इसलिए रोकनी पड़ीं क्योंकि कोई केबिन क्रू मौजूद नहीं था, जबकि कई उड़ानों में आठ घंटे तक की देरी हुई। देश के घरेलू विमानन बाजार में इंडिगो की हिस्सेदारी 60% से ज्यादा है, इसलिए उसके शेड्यूल में गड़बड़ी का असर पूरे विमानन सिस्टम पर पड़ रहा है।

इंडिगो ने क्या कहा?

एयरलाइन ने अपने आधिकारिक बयान में स्वीकार किया कि पिछले दो दिनों में परिचालन गंभीर रूप से बाधित रहा है। कंपनी के अनुसार, कई अप्रत्याशित कारणों-

  • तकनीकी समस्याएं
  • सर्दी से जुड़ा शेड्यूल परिवर्तन
  • प्रतिकूल मौसम
  • एयर ट्रैफिक सिस्टम में भीड़
  • नया FDTL रोस्टर ने मिलकर परिचालन को प्रभावित किया है।

इंडिगो ने ग्राहकों से माफी मांगते हुए कहा कि वे 48 घंटों तक शेड्यूल समायोजन कर रहे हैं, जिससे धीरे-धीरे टाइमिंग और परिचालन सामान्य हो सकेगा।

क्या हैं FDTL के नए नियम?

नई व्यवस्था के तहत पायलटों के ड्यूटी घंटे सख्त सीमाओं में बाँधे गए हैं:

  • प्रतिदिन अधिकतम 8 घंटे
  • प्रति सप्ताह 35 घंटे
  • प्रति माह 125 घंटे
  • प्रति वर्ष 1000 घंटे

साथ ही, अनिवार्य विश्राम अवधि बढ़ा दी गई है:

  • उड़ान अवधि की दोगुनी अवधि का विश्राम
  • किसी भी 24 घंटे में कम से कम 10 घंटे का विश्राम

DGCA ने यह नियम उड़ान सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लागू किए हैं, ताकि पायलट थकान के कारण किसी संकट में न पड़ें।

एयरलाइन की दलील: हालात सुधारने में जुटे हैं

इंडिगो ने कहा है कि वे परिचालन को सामान्य करने के लिए 24×7 काम कर रहे हैं। ग्राहकों को- वैकल्पिक व्यवस्था या पूर्ण धनवापसी दी जा रही है।


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News Editor

Parveen Kumar

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