indigo फ्लाइट में हुआ चमत्कार,  प्लेन के उड़ान भरते ही अटक गई नवजात बच्चे की सांसें, मां को रोता देख...

punjabkesari.in Monday, Oct 02, 2023 - 07:55 AM (IST)

नई दिल्ली:  रांची से दिल्ली आ रहे एक विमान में जन्म से ही heart disease ग्रस्त एक बच्चे को अचानक सांस लेने में तकलीफ होने लगी और दो यात्री चिकित्सकों ने उसका इलाज किया। भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) अधिकारी डॉ. नितिन कुलकर्णी और रांची सदर अस्पताल के एक चिकित्सक ने बच्चे का इलाज किया। 

कुलकर्णी ने मेडिकल की पढ़ाई की है। एक घंटे बाद जब विमान यहां उतरा तो मेडिकल टीम ने बच्चे को अपनी देखरेख में ले लिया और उसे ऑक्सीजन ‘सपोर्ट' दिया। बच्चे के माता-पिता उसे हृदय संबंधी बीमारी के इलाज के लिए ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) ला रहे थे। शनिवार को, विमानन कंपनी इंडिगो के विमान के उड़ान भरने के करीब 20 मिनट बाद चालक दल ने आपातकालीन घोषणा की और एक बच्चे की मदद के लिए विमान में यात्रा कर रहे चिकित्सकों से सहायता मांगी। वर्तमान में झारखंड के राज्यपाल के प्रधान सचिव कुलकर्णी और रांची के सदर अस्पताल के डॉक्टर मोजम्मिल फिरोज मदद के लिए आगे आए।

 डॉ कुलकर्णी ने कहा, ‘‘बच्चे को सांस लेने में तकलीफ होने पर उसकी मां रोने लगी। मैंने और डॉ. मोजम्मिल ने बच्चे की देखभाल की। वयस्कों वालों मास्क के माध्यम से ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई क्योंकि विमान में कोई शिशु मास्क उपलब्ध नहीं था।'' उन्होंने कहा, ‘‘हमने उसके मेडिकल रिकॉर्ड की जांच की तो पाया कि बच्चा जन्मजात हृदय रोग से पीड़ित था। इलाज के लिए उसके माता-पिता उसे एम्स ले जा रहे थे।'' उन्होंने बताया कि दवाओं की किट से थियोफाइलिन इंजेक्शन दिया गया और माता-पिता के पास भी इंजेक्शन डेक्सोना था जिससे उपचार में काफी मदद मिली। इंजेक्शन और ऑक्सीजन देने के बाद बच्चे की तबीयत सुधरने लगी। उन्होंने कहा, ‘‘शुरुआती 15-20 मिनट बहुत महत्वपूर्ण और तनावपूर्ण थे। आखिरकार उसकी आंखें सामान्य हो गईं।'' 

उन्होंने कहा कि विमान का दल भी बहुत मददगार था और उन्होंने तुरंत सहायता प्रदान की। उड़ान सुबह 9 बजकर 25 मिनट पर यहां उतरी और मेडिकल टीम बच्चे को ऑक्सीजन सपोर्ट देने के लिए पहुंच गई। एक अन्य सह-यात्री ने बच्चे की जान बचाने के लिए दोनों चिकित्सकों को सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बधाई दी। एएस देवल ने अपने पोस्ट में लिखा, ‘‘आज, मैंने इंडिगो में एक व्यक्ति को 6 महीने के बच्चे की जान बचाते हुए देखा। झारखंड में राज्यपाल आवास के आईएएस डॉ. नितिन कुलकर्णी ने डॉक्टर की भूमिका निभाई और बच्चे की जान बचाई। आपको सलाम सर।''  


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Content Writer

Anu Malhotra

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