इस्लामाबाद और POK सिर्फ 600 KM दूर, भारत के इस एयरबेस से कांप उठा पाकिस्तान
punjabkesari.in Tuesday, May 06, 2025 - 06:16 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव एक बार फिर चरम पर है। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत का रुख पहले से ज्यादा सख्त हो गया है। इस सख्ती का असर अब पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर साफ दिखाई दे रहा है। खास बात यह है कि पाकिस्तान को इस बार भारत की पूर्वी सीमा से नहीं बल्कि एक दूरवर्ती मुस्लिम देश से खतरा महसूस हो रहा है—जिसका नाम है तजाकिस्तान।
तजाकिस्तान में भारत का शक्तिशाली एयरबेस
भारत का यह एयरबेस गिस्सार मिलिट्री एयरोड्रोम या एनी एयरबेस के नाम से जाना जाता है। यह तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे से मात्र 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यहां से पेशावर सिर्फ 500 किलोमीटर जबकि इस्लामाबाद और POK 600 किलोमीटर दूर हैं। यही नहीं, अफगानिस्तान बॉर्डर महज 150 किलोमीटर की दूरी पर है। यह एयरबेस भारत ने 1990 के दशक में बनवाया था और इसके निर्माण में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, रक्षा मंत्री जॉर्ज फर्नांडिस, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल, और वायुसेना प्रमुख रहे बीएस धनोआ की बड़ी भूमिका रही।
भारत के पास दो हमलावर रास्ते
भारत अगर तजाकिस्तान के इस एयरबेस से पाकिस्तान पर हमला करना चाहे, तो उसके पास दो रणनीतिक रास्ते हैं:
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अफगानिस्तान होकर रूट – यह रूट सुरक्षा के लिहाज से कमजोर है क्योंकि अफगानिस्तान की हवाई रक्षा प्रणाली लगभग ना के बराबर है। इसलिए भारतीय एयरक्राफ्ट आसानी से पाकिस्तान की सीमा में दाखिल हो सकते हैं।
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वखान कॉरिडोर वाला रूट – यह एक संकीर्ण गलियारा है जो तजाकिस्तान, अफगानिस्तान और POK को जोड़ता है। यहां भी सुरक्षा बेहद कमजोर है, जिससे भारतीय वायुसेना के लिए यह रास्ता कारगर साबित हो सकता है।
कुछ रिपोर्ट्स में तो यह भी दावा किया गया है कि भारत ने यहां अपने SU-30MKI फाइटर जेट्स को भी तैनात किया हुआ है।
पाकिस्तान की घबराहट
भारत के सख्त रुख को देखते हुए पाकिस्तान ने अपनी पूर्वी सीमा पर सेना को अलर्ट कर दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक:
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पाकिस्तान ने हवाई सुरक्षा सिस्टम एक्टिवेट कर दिए हैं।
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सीमावर्ती इलाकों में मॉक ड्रिल्स की जा रही हैं।
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पाकिस्तान का सारा ध्यान भारत की पूर्वी सीमा पर केंद्रित हो गया है, जबकि असली खतरा उत्तर-पश्चिम से है।
भारत के गृहमंत्रालय ने भी देश में सुरक्षा बढ़ा दी है और 7 मई को 244 जिलों में मॉक ड्रिल की तैयारी की गई है।
एयरस्ट्राइक की स्थिति में पाकिस्तान क्यों असहाय होगा?
अगर भारत तजाकिस्तान के एनी एयरबेस से एयरस्ट्राइक करता है तो पाकिस्तान बेहद असहाय साबित होगा। इसकी सबसे बड़ी वजह ये है कि पाकिस्तान के पास इस दिशा से आने वाले हमलों को रोकने के लिए कोई मजबूत हवाई सुरक्षा प्रणाली नहीं है। इस एयरबेस से इस्लामाबाद, पेशावर और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) जैसे अहम शहर केवल 500 से 600 किलोमीटर की दूरी पर हैं, जो इन्हें सीधे खतरे में डालते हैं। अब तक पाकिस्तान अपनी पूर्वी सीमाओं पर भारत से हमले की आशंका को लेकर सतर्क रहता आया है, लेकिन उत्तर-पश्चिम दिशा से आने वाले खतरे के लिए वह तैयार नहीं है। यही रणनीतिक चौंकाने वाली स्थिति भारत के लिए फायदेमंद और पाकिस्तान के लिए विनाशकारी हो सकती है।
इस एनी एयरबेस की नींव 1990 के दशक में रखी गई थी, लेकिन इसे असली मजबूती 2001 में अमेरिका में हुए 9/11 आतंकी हमलों के बाद मिली। भारत ने इस हमले के बाद क्षेत्रीय सुरक्षा को देखते हुए इस एयरबेस को अपग्रेड करने का बड़ा फैसला लिया। उद्देश्य साफ था – अफगानिस्तान और मध्य एशिया में भारत की सैन्य उपस्थिति को मजबूत करना। इसके तहत 3,200 मीटर लंबा रनवे तैयार किया गया, एयरक्राफ्ट्स के रख-रखाव के लिए आधुनिक सुविधाएं विकसित की गईं और इसे एक पूर्ण सैन्य ठिकाने के रूप में स्थापित किया गया। इस प्रक्रिया में भारत के मौजूदा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और वायुसेना प्रमुख रहे बी.एस. धनोआ की महत्वपूर्ण भूमिका रही।