सरकारी स्कूलों के 600 विद्यार्थियों का जेईई कोचिंग के लिए चयन
punjabkesari.in Thursday, Jun 12, 2025 - 09:18 PM (IST)

चंडीगढ़, 12 जून:(अर्चना सेठी) पंजाब के स्कूल शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने आज बताया कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों की क्षमता निखारने और उनमें आत्मविश्वास पैदा करने के लिए पूर्ण पहुंच अपनाते हुए पंजाब सरकार ने युवाओं को जेईई और एन.ई.ई.टी. (नीट) सहित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने हेतु एस.ए.एस. नगर (मोहाली) में रेजिडेंशियल समर कोचिंग कैंप-2025 शुरू किया है।
बता दें कि पिछले अकादमिक वर्ष के दौरान सरकारी स्कूलों के 265 विद्यार्थियों द्वारा जेईई (मेन्स) और 44 विद्यार्थियों द्वारा जेईई (एडवांस्ड) परीक्षा पास करने की शानदार सफलता के उपरांत इस पहल की शुरुआत की गई है।
हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अपने प्रतिष्ठित "स्कूल ऑफ एमीनेंस प्रोग्राम" के तहत रेजिडेंशियल समर कोचिंग कैंप-2025 लगाया जा रहा है ताकि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को उच्च स्तरीय प्रतियोगी परीक्षा संबंधी कोचिंग प्रदान की जा सके।
उन्होंने बताया कि सख्त प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए 12वीं कक्षा के 600 विद्यार्थी रेजिडेंशियल समर कोचिंग कैंप के 7वें एडिशन में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम की निरंतर सफलता को उजागर करते हुए उन्होंने बताया कि 23 दिनों के इस कैंप में जेईई की तैयारी करने वाले 500 विद्यार्थी और नीट की तैयारी करने वाले 100 विद्यार्थी हिस्सा ले रहे हैं।
उन्होंने जोर देकर कहा, "हम सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के बराबर अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। प्रत्येक विद्यार्थी को अपने सपने साकार करने का अवसर मिलना चाहिए, चाहे उसकी पृष्ठभूमि कोई भी हो।" उन्होंने कहा कि यह कैंप सिर्फ अकादमिक शिक्षा के बारे में नहीं, बल्कि विद्यार्थियों की क्षमता को निखारने, उनमें आत्मविश्वास पैदा करने और इन युवाओं के लिए उज्ज्वल भविष्य के लिए मार्ग प्रशस्त करने के बारे में है।
हरजोत सिंह बैंस ने कहा कि रेजिडेंशियल समर कोचिंग कैंप विद्यार्थियों की सफलता के लिए व्यापक और रचनात्मक माहौल प्रदान करेगा जिसमें विशेषज्ञ शिक्षक उच्च-स्तरीय कोचिंग के माध्यम से मूल्यवान मार्गदर्शन प्रदान करेंगे और विद्यार्थियों की विशेष जरूरतों के अनुसार उच्च-गुणवत्तापूर्ण अकादमिक सहायता प्रदान करेंगे। उन्होंने बताया कि पाठ्यक्रम को अद्वितीय सीखने की शैलियों के माध्यम से तैयार किया गया है, जो बुनियादी अवधारणाओं, समस्या-समाधान करने की रणनीतियों और टेस्ट-देने संबंधी तकनीकों पर केंद्रित है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दैनिक प्रश्न-उत्तर सत्र एक सहायक माहौल बनाएंगे जबकि आरामदायक आवास, पौष्टिक भोजन और दिन-रात निगरानी यह सुनिश्चित करेगी कि विद्यार्थी अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकें।
उन्होंने बताया कि अकादमिक सत्रों के अलावा कैंप में तनाव प्रबंधन, भावनात्मक भलाई, टीम-निर्माण, करियर मार्गदर्शन और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के बारे में सत्र शामिल हैं ताकि विद्यार्थियों के संपूर्ण विकास को प्रोत्साहित किया जा सके और उन्हें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए सक्षम बनाया जा सके।
हरजोत सिंह बैंस ने बताया कि यह अनुकरणीय पहल मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की सभी की मानक शिक्षा तक पहुंच सुनिश्चित करने, समान अवसरों को प्रोत्साहित करने और युवाओं को सक्षम बनाने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को निजी स्कूलों के विद्यार्थियों के बराबर अवसर प्रदान करके इस पहल का उद्देश्य अकादमिक परिणामों और करियर की संभावनाओं को बढ़ाना है, जो शिक्षा में उत्कृष्टता और समग्रता लाने के प्रति सरकार के दृष्टिकोण को उजागर करती है।