दुनिया पर राज कर रही भारत की Whisky, टॉप 5 में भारतीय ब्रांड्स ने बनाई जगह
punjabkesari.in Monday, Mar 03, 2025 - 01:35 PM (IST)
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नेशनल डेस्क. भारत की व्हिस्की ने दुनिया में अपनी बादशाहत साबित कर दी है, जहां पहले भारत सिर्फ मसालों और चाय के लिए जाना जाता था, अब भारतीय व्हिस्की ग्लोबल मार्केट पर राज कर रही है। भारतीय ब्रांड्स ने दुनिया की सबसे ज्यादा बिकने वाली व्हिस्कियों की लिस्ट में 5 स्थान हासिल किए हैं, जबकि चीन का कोई भी ब्रांड इस सूची में नहीं है। यह केवल एक संख्याओं का खेल नहीं, बल्कि भारत की बढ़ती प्रतिष्ठा और व्हिस्की की बेहतरीन क्वालिटी का प्रतीक है। हर घूंट के साथ भारतीय व्हिस्की दुनिया को अपना स्वाद चखा रही है और यह कहानी आने वाले सालों में और बेहतर होने वाली है।
भारत का ग्लोबल व्हिस्की मार्केट में दबदबा
'द स्पिरिट्स बिजनेस ब्रांड चैंपियंस 2024' की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की व्हिस्की ने दुनियाभर में अपनी ताकत साबित की है। इस रिपोर्ट में बताया गया कि 2023 में सबसे ज्यादा बिकने वाली व्हिस्की भारतीय ब्रांड्स की रही। रिपोर्ट में भारतीय ब्रांड्स ने टॉप 10 में 5 स्थान प्राप्त किए हैं। जबकि चीन का कोई भी ब्रांड इस लिस्ट में नहीं है। यह भारत के व्हिस्की बाजार की बढ़ती ताकत और उसकी बेहतरीन क्वालिटी का एक स्पष्ट प्रमाण है।
भारतीय ब्रांड्स की शानदार बिक्री
रिपोर्ट के मुताबिक, 2023 में भारत के ब्रांड्स ने सबसे ज्यादा बिक्री की। मैकडॉवेल्स 31.4 मिलियन केस के साथ पहले स्थान पर रहा। वहीं रॉयल स्टैग 27.9 मिलियन केस के साथ दूसरे स्थान पर था। ऑफिसर्स चॉइस (23.4 मिलियन केस) और इम्पीरियल ब्लू (22.8 मिलियन केस) ने भी टॉप 4 में अपनी जगह बनाई। पांचवे स्थान पर स्कॉटलैंड का जॉनी वॉकर थी, जिसने 22.1 मिलियन केस बेचे। भारत की 8 पीएम व्हिस्की भी टॉप 10 में जगह बनाने में सफल रही, जिसने 12.2 मिलियन केस बेचे। इसके अलावा भारत के अन्य ब्रांड्स जैसे ब्लेंडर्स प्राइड (9.6 मिलियन केस), रॉयल चैलेंज (8.6 मिलियन केस) और स्टर्लिंग रिजर्व (5.1 मिलियन केस) ने भी टॉप 20 में अपनी जगह बनाई।
भारत में बढ़ती व्हिस्की की मांग
भारत में प्रीमियम व्हिस्की की मांग लगातार बढ़ रही है। उपभोक्ताओं का रुझान अब बेहतर गुणवत्ता वाली व्हिस्की की ओर बढ़ता जा रहा है, जिससे विदेशी कंपनियां भी भारतीय बाजार में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं। हाल ही में भारत सरकार ने अमेरिका से आने वाली बॉर्बन व्हिस्की पर टैरिफ कम करने की घोषणा की है। इसके अलावा ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया भी भारत में अपने अल्कोहल ब्रांड्स की पहुंच बढ़ाने के लिए टैरिफ कटौती की मांग कर रहे हैं। यह भारत के बढ़ते व्हिस्की बाजार की और बढ़ती पहचान का स्पष्ट संकेत है।
भारत का बढ़ता दबदबा
इस रिपोर्ट से यह साफ हो जाता है कि भारत का व्हिस्की बाजार अब दुनिया में अपनी एक अलग पहचान बना चुका है। भारतीय ब्रांड्स की बढ़ती लोकप्रियता और बेहतरीन क्वालिटी ने उन्हें वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाई है। चीन जैसे बड़े बाजार का कोई भी ब्रांड टॉप 10 में न होना भारत की बढ़ती साख को और भी मजबूत करता है। आने वाले सालों में भारतीय व्हिस्की ब्रांड्स की मांग और बढ़ने की संभावना है, जिससे भारत का दबदबा और भी मजबूत होगा। यह सिर्फ संख्याओं की जीत नहीं, बल्कि भारत के स्वाद और गुणवत्ता की दुनिया में बढ़ती पहचान का प्रमाण है।