रेलवे स्टेशन पर लागू होगा एयरपोर्ट जैसा नियम, लगेज तौलने के बाद ही मिलेगी एंट्री, इतनी होगी लिमिट
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 02:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारतीय रेल यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बेहद जरूरी और महत्वपूर्ण कदम उठाने जा रही है। अब रेलवे भी एयरलाइंस की तर्ज पर लगेज नियमों को लागू करने की तैयारी में है। प्रस्तावित नियमों के अनुसार, यात्रियों को प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर इलेक्ट्रॉनिक मशीनों से अपना सामान तौलना होगा। यात्री अब तय सीमा से ऊपर सामान लेकर ट्रेन में यात्रा नहीं कर पाएंगे। अगर कोई यात्री निर्धारित सीमा से अधिक सामान लेकर चलता है, तो उसे अतिरिक्त शुल्क देना होगा। रेलवे के इस नियम से जहां कम सामान के साथ यात्रा करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी, वहीं ज्यादा सामान लेकर चलने वाले यात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
अलग-अलग क्लास के लिए तय की गई है अलग लिमिट
भारतीय रेलवे के अनुसार, ट्रेनों के विभिन्न क्लास के लिए सामान ले जाने की सीमा अलग-अलग तय की गई है। फर्स्ट क्लास एसी में एक यात्री अधिकतम 70 किलो तक सामान ले जा सकता है। सेकेंड क्लास एसी में यह सीमा 50 किलो है, जबकि थर्ड एसी और स्लीपर क्लास में यात्रियों को अधिकतम 40 किलो सामान ले जाने की अनुमति होगी। इसके अलावा, जनरल क्लास के यात्री सिर्फ 35 किलो तक सामान साथ ले जा सकते हैं। रेलवे के मुताबिक, यदि कोई यात्री ऐसा सामान लेकर आता है जो बहुत अधिक जगह घेरता है, तो उस पर जुर्माना लगाया जा सकता है, भले ही उसका वजन सीमा में ही क्यों न हो।
इन स्टेशनों से शुरू होगा नया नियम
उत्तर मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले प्रयागराज मंडल के वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (DCM) हिमांशु शुक्ला ने 'टाइम्स ऑफ इंडिया' से बात करते हुए कहा, “इस पहल का उद्देश्य विशेष रूप से लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को अधिक कुशल और आरामदायक यात्रा अनुभव प्रदान करना है।”
शुरुआत में यह नियम उत्तर मध्य रेलवे के कुछ प्रमुख स्टेशनों पर लागू किया जाएगा, जिनमें प्रयागराज जंक्शन, प्रयागराज छिवकी, सूबेदारगंज, कानपुर सेंट्रल, मिर्जापुर, टूंडला, अलीगढ़ जंक्शन, गोविंदपुरी और इटावा स्टेशन शामिल हैं। शुक्ला के अनुसार, इन स्टेशनों पर यात्रियों के सामान का वजन स्टेशन के प्रवेश द्वार पर किया जाएगा और केवल तय सीमा में सामान होने पर ही यात्रियों को अंदर जाने की अनुमति दी जाएगी।
रेलवे का यह नया नियम यात्रा को अधिक अनुशासित और सुविधाजनक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। अगर यह योजना सफल रहती है तो इसे आगे चलकर देशभर के अन्य प्रमुख स्टेशनों पर भी लागू किया जा सकता है।