भारतीय रेल को मिली नई ताकत, देश को मिला पहला लोकोमोटिव इंजन, 120 KM/PH होगी स्पीड
punjabkesari.in Tuesday, Apr 10, 2018 - 06:04 PM (IST)
नेशनल डेस्कः भारत के पहले इलेक्ट्रिक हाईस्पीड लोकोमोटिव इंजन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को बिहार में हरी झंडी दिखाई। इस लोकोमोटिव इंजन को फ्रांस की कंपनी एल्सटॉम की मदद से मधेपुरा रेल लोको फैक्ट्री में बनाया गया है। पीएम चंपावत के सत्याग्रह के 100 साल पूरे होने पर वहां पहुंचे थे। इसके अलावा उन्होंने रेल इंजन फैक्ट्री का भी उद्घाटन किया। जिसके लिए पहले से ही 1300 करोड़ का निवेश किया जा चुका है।
11 साल में बनेंगे 800 इंजन
12000 हार्सपावर की क्षमता वाला यह लोकोमोटिव 120 किमी/घंटा की रफ्तार से 6000 टन वजन खींचने में सक्षम है। इसके साथ ही भारत ऐसा इंजन चलाने वाला पांचवां देश बन गया है। भारत से पहले यह रुस, चीन, जर्मनी और स्वीडन में ही चलाया जा रहा है। मेक इन इंडिया के तहत एस्सटॉम अगले 11 सालों में ऐसे 800 इंजन बनाएगी। जिन पर करीब 20 हजार करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा। एक लोकोमोटिव इंजन की लागत करीब 25 करोड़ रुपये है।
भारतीय परिस्थितियोो को ध्यान में रखकर बनाया गया
फैक्ट्री के मैनेजिंग डायरेक्टर सचिन गोयल ने बताय कि एडवांस तकनीक वाले इन इंजनों को भारतीय परिस्थितियों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, यह गर्म और ठंडे वातावरण में भी बिना किसी रुकानट के काम करेंगे। उन्होंने बताया कि यह यूरोपियन मॉडल इंजन बेहद सुरक्षित है और इन्हें पर्यावरण को ध्यान में रखकर बनाया गया है। इसमें एलईडी लाइट्स और री-जेनरेटिव पावर टेक्नोलॉजी का प्रयोग किया गया है। जो अधिकतम ऊर्जा की बचत करेंगे।