हाथरस कांड के बीच ब्रिटेन में फंसा भारतीय मूल का बाबा, बच्चियों से 1300 बार रेप करने का आरोप

punjabkesari.in Wednesday, Jul 03, 2024 - 07:47 PM (IST)

नेशनल डेस्क: हाथरस कांड के बीच अब एक और बाबा चर्चाओं में आ गया है। ब्रिटेन में भारतीय मूल का बाबा राजिंदर कालिया पर कई महिलाओं के साथ यौन शोषण करने के आरोप हैं।उसकी शिष्याओं ने राजिन्दर पर आर्थिक जुर्माने के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया था। मुआवजे के तौर पर पीड़िताओं ने कोर्ट ने आठ मिलियन पाउंड जुर्माने की मांग की है। पिछले हफ्ते रॉयल कोर्ट ऑफ जस्टिस में जस्टिस मार्टिन स्पेंसर के समक्ष मुकदमा शुरू हुआ और अगले हफ्ते सुनवाई पूरी होने की उम्मीद है, आने वाले महीनों में फैसला भी आ सकता है।

ब्रिटेन के कोवेंट्री स्थित हिन्दू मंदिर के मुख्य पुजारी राजिंदर कालिया पर महिला सेविकाओं से रेप, अपने मंदिर के सदस्यों, विशेषकर लड़कियों को बहकाने का आरोप लगा है। यौन शोषण की शिकार लड़कियों में कुछ की उम्र तो चार साल तक की है। राजिन्दर खुद को जिंदा भगवान बताता है। इस बाबा पर कई शिष्याओं से रेप का आरोप है। केस दायर करने वाली सभी महिलाएं भारतीय मूल की हैं। 

कम से कम 1320 से ज्यादा बार यौन शोषण किया
न्यूज पोर्टल द सन के मुताबिक, कालिया पर केस करने वाली महिलाओं के वकील मार्क जोन्स ने कहा कि उसने कथित चमत्कारों के माध्यम से खुद को भगवान के रूप में दिखाया। जब वो हवस का शिकार बनाता था तो पीड़ित खुद उसका विरोध करने में असमर्थ पाती थीं। एक महिला ने कोर्ट में बताया कि आश्रम में काम करने के 22 साल के दौरान उसके साथ कम से कम 1320 से ज्यादा बार यौन शोषण किया गया। 

13 साल की उम्र में मेरे साथ रेप किया- पीड़िता
एक अन्य पीड़िता ने बताया कि कालिया ने 13 साल की उम्र से उसका यौन शोषण शुरू कर दिया था। जब वह 21 साल की हुई तो उसे एक होटल में ले जाकर हवस का शिकार बनाया। महिला ने कोर्ट में बताया कि शिकायत करने पर उसे तेजाब से मारने की धमकी दी गई थी। एक और महिला ने कहा, 13 साल की उम्र में उसके साथ रेप किया गया, जबकि चौथी महिला ने आरोप लगाया कि 4 साल की उम्र से बाबा उसे गलत तरीके से चूमता था। उधर, 68 वर्षीय कालिया ने सभी आरोपों से इनकार किया है और खुद के फर्जी गुरु होने से भी इनकार किया है।

कौन है राजिंदर कालिया?
राजिंदर कालिया 1983 में वह पंजाब से ब्रिटेन आए थे। उन्होंने 1983 से घर से प्रवचन शुरू किया था। बाद में उसने कोवेंट्री में जमीन खरीदी और 1986 में बाबा बालकनाथ के मंदिर की स्थापना कर भक्तों को विश्वास दिलाना शुरू किया कि वह धरती पर भगवान का अवतार है। 


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Content Editor

rajesh kumar

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