भारतीय नौसेना के बेड़े में शामिल होने को तैयार INS ‘निस्तार', समंदर में नेवी की बढ़ेगी ताकत
punjabkesari.in Thursday, Jul 17, 2025 - 08:36 PM (IST)

नेशनल डेस्क : भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी ताकत में वृद्धि के लिए स्वदेशी ‘निस्तार’ नामक नए गोताखोरी सहायता पोत को शामिल करने जा रही है। इस जहाज का निर्माण पूरी तरह भारतीय तकनीक और संसाधनों से किया गया है। इसे 18 जुलाई को विशाखापत्तनम के नेवल डॉकयार्ड से औपचारिक रूप से लॉन्च किया जाएगा। यह जहाज भारतीय नौसेना के लिए समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में एक मील का पत्थर साबित होगा।
‘निस्तार’ जहाज गहरे समुद्र में गोताखोरी प्रणालियों से लैस है और इसकी डिजाइन 1000 मीटर की गहराई तक निगरानी के लिए तैयार की गई है। यह जहाज पनडुब्बियों में फंसे कर्मियों को बचाने की क्षमता रखता है, जिससे संकट के समय नौसेना की ऑपरेशन्स मजबूत होंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, इस जहाज की लंबाई लगभग 118 मीटर और वजन करीब 10,000 टन है। इसमें सैचुरेशन डाइविंग की सुविधा भी मौजूद है, जो 300 मीटर तक समुद्र में डाइविंग करने में सक्षम है।
Nistar - Roles & Capabilities
— SpokespersonNavy (@indiannavy) July 15, 2025
As #IndianNavy prepares to commission the first Nistar-Class Diving Support Vessel, here is a glimpse of her role enhancing capabilities.
Equipped with cutting-edge Deep Sea Diving Systems, #Nistar strengthens our operational capability and stands… https://t.co/xRN3fRZo6e pic.twitter.com/omrhTND1qM
क्या है ‘निस्तार’ नाम का अर्थ
‘निस्तार’ नाम संस्कृत भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है – बचाव, मोक्ष या मुक्ति। इस जहाज के निर्माण में 4500 टन स्टील और 450 किलोमीटर लंबी केबलिंग का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ ही एडवांस टेक्नोलॉजी को भी इसमें शामिल किया गया है, जो इसे भारतीय नौसेना के लिए एक बड़ी उपलब्धि बनाती है। भारतीय नौसेना की मौजूदा ताकत पहले से ही मजबूत है, और ‘निस्तार’ जैसे पोतों के जुड़ने से यह और भी सशक्त होगी। यह कदम न केवल देश की समुद्री सुरक्षा को बेहतर बनाएगा, बल्कि समुद्र में फंसी पनडुब्बियों को बचाने में भी अहम भूमिका निभाएगा।