UN में "नन्हीं" भारतीय अधिकारी स्नेहा की खरी-खोटी सुन तिलमिलाया पाक, दिया बेतुका बयान
punjabkesari.in Sunday, Sep 26, 2021 - 12:58 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की "नन्हीं" अधिकारी फर्स्ट सेक्रटरी स्नेहा दुबे खरी-खोटी टिप्पणियों से पाकिस्तान तिलमिला उठा है और उसने भारत पर अपनी भड़ास निकाली है। महासभा में बच्ची सी दिखने वाली भारत की युवा प्रतिनिधि स्नेहा दुबे द्वारा जम्मू-कश्मीर को भारत का आंतरिक मामला बताए जाने और आतंकवादियों को पालने के आरोप पर पाकिस्तान भड़क गया और संयुक्त राष्ट्र में पाकिस्तानी प्रतिनिधि साइमा सलीम ने कश्मीर को लेकर फिर बेतुका बयान दे दिया है। साइमा सलीम ने दावा किया कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग नहीं है और न ही भारत का आंतरिक मामला है।
पाकिस्तानी प्रतिनिधि साइमा सलीम ने दावा किया कि जम्मू-कश्मीर एक अंतरराष्ट्रीय मान्यता प्राप्त विवाद है और इसका अंतिम फैसला संयुक्त राष्ट्र के प्रावधानों और सुरक्षा परिषद की ओर से पारित प्रस्तावों के मुताबिक किया जाना चाहिए। बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का खुलकर उल्लंघन करने वाले पाकिस्तान ने आरोप लगाया कि भारत जम्मू-कश्मीर में कथित मानवाधिकार उल्लंघनों से लोगों का ध्यान भटकाना चाहता है। पाकिस्तान की ओर से जवाब देने के अधिकार के तहत साइमा सलीम ने भारत सरकार को आरएसएस और हिंदुत्व से प्रेरित बताया। वह भी तब जब खुद इमरान सरकार कट्टरपंथियों को पाल रही है और पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों का जबरन धर्म परिवर्तन किया जा रहा है।
इससे पहले पाकिस्तानी पीएम इमरान खान को स्नेहा दुबे ने साफ शब्दों में याद दिलाया था कि पूरी दुनिया मानती है कि उनके देश में आतंकवादियों को न सिर्फ पनपने दिया जाता है बल्कि वित्तीय मदद और हथियारों की सप्लाई तक की जाती है। स्नेहा ने जिस कड़ाई से पाकिस्तान को UNGA में आईना दिखाया है, उनकी खूब सराहना की जा रही है। उन्होंने पाकिस्तान से अपने गिरेबान में झांकने को कहा कि कैसे वहां अल्पसंख्यकों का जीवन दूभर हो गया है। पाकिस्तान ने सिर्फ भारत ही नहीं, अमेरिका और बांग्लादेश तक को भयावह हादसों का शिकार बनाने में भूमिका निभाई है। स्नेहा ने संयुक्त राष्ट्र के सामने दो टूक सुनाया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के पूरे केंद्र शासित प्रदेश भारत के अभिन्न अंग रहे हैं और रहेंगे। उन्होंने कहा, 'इसमें वह हिस्सा भी शामिल है जिस पर पाकिस्तान का अवैध कब्जा है। हम पाकिस्तान से उसके अवैध कब्जे वाले क्षेत्र फौरन खाली करने की मांग करते हैं।'
कौन हैं स्नेहा दुबे ?
- पूरी दुनिया के सामने पाकिस्तान का कच्चा चिट्ठा खोलने वाली स्नेहा 2012 बैच की आईएफएस अफसर हैं।
- उन्होंने पहले प्रयास में ही UPSC में सफलता पाई थी। आईएफएस बनने के बाद उन्हें विदेश मंत्रालय में नियुक्त मिली। 2014 में भारतीय दूतावास मैड्रिड में भेजा गया। वर्तमान में वह संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत की प्रथम सचिव हैं।
- स्नेहा ने जेएनयू से पढ़ाई की है। उन्होंने यहां से एमए और एफफिल किया है।
- उनकी शुरुआती शिक्षा गोवा में हुई और फिर पुणे के फर्ग्युसन कॉलेज से ग्रेजुएट किया।
- उनकी फैमिली में वह पहली सिविल सेवा अफसर हैं।
- घूमने की शौकीन स्नेहा का मानना है कि IFS बनकर उन्हें देश का प्रतिनिधित्व करने का सबसे बेहतरीन मौका मिला है जो वह हमेशा से करना चाहती थीं।
- वह बताती हैं कि उनका कोई प्लान 'बी' नहीं रहा।
- उनका बस एक ध्येय था सिविल परीक्षा पास करना और दूसरे विकल्पों को रखने से वह इस पर से ध्यान भटकाना नहीं चाहती थीं।
- उन्होंने 12 साल की उम्र में ही तय कर लिया था कि उन्हें सिविल सर्विसेज में ही जाना है।
- ट्रैवल करने से लेकर नई संस्कृतियों को जानने और देश का प्रतिनिधित्व करने तक, वह हर सपना इसके जरिए सच करना चाहती थीं।