पाकिस्तानी तो ड्रोन ही नहीं चला पा रहे थे... भारतीय सेना के जवानों ने किया गजब का खुलासा
punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 08:22 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 7-8 मई 2025 की रात भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक ऐतिहासिक घटना हुई, जिसने पाकिस्तान की सैन्य तैयारियों की असलियत उजागर कर दी। इस रात भारतीय सेना ने न केवल पाकिस्तान की ओर से हुए सीजफायर उल्लंघन का मुंहतोड़ जवाब दिया, बल्कि उसके मिसाइल और ड्रोन हमलों को भी नाकाम कर दिया। भारतीय जवानों ने 300 से 400 पाकिस्तानी ड्रोन हवा में ही मार गिराए। इस पूरे अभियान को "ऑपरेशन सिंदूर" नाम दिया गया। भारतीय सेना के एक जवान ने बताया कि 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने अचानक सीजफायर का उल्लंघन किया। लेकिन भारतीय पोस्ट पहले से सतर्क थीं। जवान ने कहा, "हमने उनकी गतिविधियों को भांप लिया था, और कुछ ही सेकंड में जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी।" भारतीय मीडियम मशीन गन (MMG) से पाकिस्तान के कई बंकर और लॉन्चिंग पैड तबाह कर दिए गए। जवाबी कार्रवाई इतनी तीव्र और सटीक थी कि पाकिस्तानी सेना बौखला गई। इसके बाद उन्होंने नागरिक इलाकों को निशाना बनाने की नाकाम कोशिश की।
पाकिस्तान के 'फ्लॉप शो' बने ड्रोन
इस हमले की सबसे हास्यास्पद और हैरान करने वाली बात थी पाकिस्तान की ड्रोन तकनीक की पूरी तरह से विफलता। भारतीय सेना के जवानों ने बताया कि पाकिस्तान ने इस रात सैकड़ों ड्रोन भेजे, लेकिन उनमें से ज्यादातर उड़ ही नहीं सके या फिर निशाना चूकते रहे। भारतीय जवान का बयान "ये ड्रोन विदेश से खरीदे गए थे, लेकिन पाकिस्तानी सैनिकों को इनका संचालन ही नहीं आता था। कई ड्रोन खुद ही नीचे गिर गए और बाकी हमने आसमान में ही खत्म कर दिए।"
#WATCH | J&K | A soldier of the Indian Army says, "This episode took place on the intervening night of 7-8 May. Pakistan violated the ceasefire. We studied the pattern of fire and retaliated accordingly within seconds. We destroyed their bunkers and launching pads and inflicted… https://t.co/k2GYXdd2N9 pic.twitter.com/beRA8RSNwP
— ANI (@ANI) May 20, 2025
भारत की एयर डिफेंस सिस्टम बनी पाकिस्तान के लिए 'दीवार'
पाकिस्तान के हमलों को नाकाम करने में भारतीय सेना की अत्याधुनिक एयर डिफेंस प्रणाली की भूमिका बेहद अहम रही।
भारत के पास मौजूद S-400 ट्रायम्फ सिस्टम और इंटीग्रेटेड काउंटर UAS ग्रिड ने अवंतीपुरा, पठानकोट और भुज जैसे संवेदनशील इलाकों को पूरी तरह सुरक्षित रखा। इन तकनीकों की वजह से पाकिस्तानी ड्रोन भारतीय सीमा में प्रवेश करते ही या तो नष्ट हो गए या रडार से पकड़ लिए गए। विशेषज्ञों के अनुसार, इतनी बड़ी संख्या में ड्रोन एक ही रात में नष्ट करना किसी भी देश के लिए एक बड़ी सैन्य उपलब्धि है।
400 ड्रोन ढेर, चार ठिकाने तबाह
भारतीय सेना ने बताया कि उन्होंने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के चार प्रमुख सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया।
इस दौरान पाकिस्तान के MALE UAVs (Medium Altitude Long Endurance Unmanned Aerial Vehicles) पूरी तरह फ्लॉप साबित हुए।
ये ड्रोन भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने आए थे, लेकिन वे लक्ष्य तक पहुंच ही नहीं सके।
हवाई क्षेत्र भी नहीं किया बंद और ड्रोन भी गिरे
भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने खुलासा किया कि पाकिस्तान ने हमले से पहले न तो अपने नागरिक हवाई क्षेत्र को बंद किया और न ही ड्रोन ऑपरेशंस के लिए किसी मानक प्रक्रिया का पालन किया। इसके कारण कई ड्रोन न केवल नाकाम रहे बल्कि कुछ तो अपने ही क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गए।