भारतीय सेना ने उड़ाई ड्रैगन की नींद, ब्‍लैक टॉप से कुछ ही दूर जवान

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2020 - 09:47 AM (IST)

नेशनल डेस्क: पूर्वी लद्दाख में चीन की दादागिरी के खिलाफ पैंगोंग झील के पास भारतीय सेना के जोरदार पलटवार की चर्चा अब चीनी सोशल मीडिया में तेज हो गई है। चीनी सोशल मीडिया में जारी ताजा सैटेलाइट तस्वीरों में भारतीय सेना की पहाड़ी युद्ध लडऩे की काबिलियत एक बार फिर से उजागर हो गई है। 

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चीन के गाओफेन-2 सैटेलाइट से खुलासा हुआ है कि भारतीय सैनिक अब रणनीतिक रूप से बेहद अहम ब्लैक टॉप से मात्र डेढ़ कि.मी. दूर हैं। भारतीय सैनिक अब इस स्थिति में आ गए हैं कि वे चीन के मोल्दो कैंप को भी निशाना बना सकते हैं। इसी कैंप में भारत और चीन के सैन्य अधिकारियों के बीच बातचीत होती है। भारत की इस बढ़त से साफ हो गया है कि ये जवान पहाड़ी युद्ध लडऩे में महारत रखते हैं और ऊंची से ऊंची पहाड़ी को मात्र कुछ ही समय में चढऩे में सक्षम हैं। भारतीय सैनिकों की इसी क्षमता का असर है कि वे अब ब्लैक टॉप से मात्र डेढ़ कि.मी. दूर हैं।

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दोनों ओर से करीब 50-50 हजार जवानों की तैनाती
भारतीय सेना की इस तैनाती को देखते हुए चीन ने भी बड़ी संख्या में अपने सैनिक तैनात किए हैं। बता दें कि भारत और चीन सीमा तनाव के बीच दोनों देशों की सेनाएं वास्तविक नियंत्रण रेखा (एल.ए.सी.) पर तैनात हैं। बताया जा रहा है कि दोनों ओर से करीब 50-50 हजार जवानों की तैनाती की गई है। ओपन इंटैलीजैंस सोर्स के मुताबिक जिस गति से भारतीय सैनिक आगे बढ़ रहे हैं, उससे लग रहा है कि वे अभी रुके नहीं हैं और आने वाले समय में भारतीय सैनिकों के और आगे बढऩे की खबर आ सकती है।

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रिटा. कर्नल रणबीर का दावा-चीनी सैनिकों में भारतीय जवानों जैसा दम नहीं
पूर्वी लद्दाख में भारतीय सेना ने अहम चोटियों पर कब्जा कर चीनी सैनिकों पर बढ़त हासिल कर ली है। दरअसल, इस बढ़त के पीछे भारतीय सैनिकों का चीनी सैनिकों के मुकाबले अधिक दमखम और पहाड़ी इलाकों में लडऩे की कुशल क्षमता है। आलम यह है कि जब भारतीय सैनिकों ने अगस्त के आखिर में चीन की घुसपैठ को नाकाम कर ऊंचाई वाली जगहों पर अपना कब्जा किया तब एक चीनी अफसर ने इन इलाकों पर वापस कब्जा हासिल करने के लिए काऊंटर अटैक से इंकार कर दिया था। रिटायर्ड कर्नल रणबीर सिंह जाखड़ ने बताया कि भारतीय सैनिक अब अहम इलाकों में मजबूत स्थिति में हैं और इसके चलते चीनी सैनिकों को मुश्किल आ रही है। अब चीन की सेना चुशूल-देमचोक सड़क पर भी ठीक तरह से नजर नहीं रख पा रही है। भारतीय सैनिकों का सामना करने के डर से चीन के सैनिकों को नींद नहीं आ रही है। 


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vasudha

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