SIM Cards Block: भारत में 4 लाख सिम कार्ड बंद, बढ़ती फ्रॉड घटनाओं पर दूरसंचार विभाग ने की बड़ी कार्रवाई
punjabkesari.in Wednesday, Aug 06, 2025 - 03:45 PM (IST)

नेशनल डेस्क: भारत में तेजी से बढ़ते धोखाधड़ी के मामलों को नियंत्रण में लाने के लिए दूरसंचार विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। विभाग ने करीब 3 से 4 लाख सिम कार्ड्स को बंद कर दिया है, जिनका उपयोग फ्रॉड और धोखाधड़ी के लिए किया जा रहा था। सरकार ने स्पैम, घोटाले और धोखाधड़ी से निपटने के लिए नियमों को सख्त कर दिया है। साथ ही धोखेबाजों की पहचान और निगरानी के लिए अत्याधुनिक सर्विलांस सिस्टम भी लागू किया गया है।
हर दिन पकड़े जा रहे 2000 सिम कार्ड
मई 2025 में जारी फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर के आंकड़ों के अनुसार, वित्तीय घोटालों में शामिल लगभग 2000 सिम कार्ड प्रतिदिन पकड़े जा रहे हैं। धोखाधड़ी की पहचान और नियंत्रण के लिए एआई (Artificial Intelligence) आधारित तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा है।
UPI से बढ़ा धोखाधड़ी का खतरा
UPI के आने से डिजिटल लेन-देन तो आसान हुआ है, लेकिन धोखेबाजों ने इसे लोगों से पैसे ऐंठने के लिए इस्तेमाल करना भी शुरू कर दिया है। इसी कारण भारत सरकार ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि वे अपने सिस्टम में फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर लागू करें। यह इंडिकेटर मोबाइल नंबर की जांच कर उन्हें लो, मीडियम और हाई रिस्क कैटेगरी में वर्गीकृत करता है।
फाइनेंशियल रिस्क इंडिकेटर बना मददगार उपकरण
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस इंडिकेटर की मदद से धोखाधड़ी वाले अकाउंट्स पर कार्रवाई का समय काफी हद तक कम हुआ है। इससे वित्तीय संस्थान और बैंक धोखाधड़ी वाले लेन-देन को रोकने में सक्षम हुए हैं। साथ ही दूरसंचार कंपनियां भी अपने नेटवर्क स्तर पर सुरक्षा बढ़ा रही हैं, ताकि आम जनता को फ्रॉड से बचाया जा सके।
Fraud से बचाव के लिए जरूरी सुझाव
किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
अनजान कॉल्स और मैसेज से सतर्क रहें।
केवल आधिकारिक ऐप्स और वेबसाइट का ही उपयोग करें।