S-400: भारत के "सुदर्शन" ने दिखाया दम; मार गिराए 80% दुश्मन, बाकी भागने को हुए मजबूर
punjabkesari.in Sunday, Jul 28, 2024 - 07:07 PM (IST)
International Desk: भारतीय वायु सेना ( Indian Air Force) ने हाल ही में अपने सुदर्शन S-400 वायु रक्षा मिसाइल सिस्टम (Sudarshan S-400 system) का परीक्षण किया, जिसमें इसने 80% दुश्मनों को गिरा दिया और बाकी को पीछे हटने पर मजबूर कर दिया। यह सिस्टम रूस से खरीदा गया है और इसका नाम भगवान कृष्ण के सुदर्शन चक्र पर रखा गया है। इसे दुनिया की सबसे उन्नत और प्रभावी वायु रक्षा प्रणालियों में से एक माना जाता है।
भारतीय वायु सेना ने युद्ध जैसी स्थिति में सुदर्शन S-400 का परीक्षण किया। इस अभ्यास में सिस्टम ने 80% दुश्मन हवाई लक्ष्यों को गिरा दिया, जबकि बाकी 20% को भागने पर मजबूर कर दिया। भारत ने पाकिस्तान और चीन की सीमाओं पर S-400 की तीन स्क्वाड्रन तैनात की हैं। हालिया अभ्यास उन्हीं क्षेत्रों में से एक में किया गया।भारत और रूस ने S-400 की पांच स्क्वाड्रन के लिए $4.2 बिलियन का सौदा किया था। भारतीय वायु सेना को अभी भी दो और स्क्वाड्रन मिलने बाकी हैं, जो 2026 तक आ जाएंगे। भारत ने रूस से इनकी डिलीवरी जल्दी करने का अनुरोध किया है।
चीन ने अपनी रक्षा क्षमताओं को बढ़ाया है, जिससे निपटने के लिए भारत ने सुदर्शन S-400 सिस्टम को पूरी तरह से अपनी वायु सेना में शामिल कर लिया है। भारत ने हाल ही में स्वदेशी MR-SAM और आकाश मिसाइल सिस्टम, साथ ही इजरायली स्पाइडर मिसाइल सिस्टम भी प्राप्त किए हैं। इसके अलावा, भारत अपने लंबी दूरी के सतह से हवा में मार करने वाले मिसाइलों की खरीद को भी मंजूरी दे चुका है।यह परीक्षण हमारे सशस्त्र बलों की तैयारी को दर्शाता है और संभावित दुश्मनों को स्पष्ट संदेश देता है कि भारत किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार है। सुदर्शन S-400 सिस्टम की सफलता भारतीय रक्षा क्षमताओं में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
विशेषताएँ: रेंज और क्षमता
- S-400 प्रणाली 400 किमी तक की दूरी और 30 किमी तक की ऊंचाई पर लक्ष्य को भेद सकती है।
- यह एक साथ 80 हवाई लक्ष्यों को ट्रैक और 72 को इंटरसेप्ट कर सकती है।
- सिस्टम एक बार में 12 मिसाइलें लॉन्च कर सकता है।
- यह प्रणाली विभिन्न प्रकार के लक्ष्यों को भेद सकती है, जिसमें लड़ाकू विमान, ड्रोन, क्रूज मिसाइलें और बैलिस्टिक मिसाइलें शामिल हैं।
- S-400 में लंबी दूरी के रडार, लक्ष्य पहचान और ट्रैकिंग रडार, और एंगेजमेंट रडार शामिल हैं, जो इसे एक अत्यधिक सक्षम और सटीक सिस्टम बनाते हैं।