भारत का सबसे महंगा एयर हादसा: अरबों की कीमत वाला विमान 5 मिनट में हुआ बर्बाद
punjabkesari.in Sunday, Jun 15, 2025 - 03:06 PM (IST)

नेशनल डेस्क: अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन के लिए रवाना हो रही एयर इंडिया की फ्लाइट ने जब टेकऑफ किया, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह उड़ान महज पांच मिनट में एक बड़े हादसे में तब्दील हो जाएगी। उड़ान के कुछ क्षणों के भीतर ही विमान के इंजन में तकनीकी खराबी आई, और यह विमान रनवे के पास क्रैश हो गया। हालांकि, इस रिपोर्ट में बताया गया है कि 296 यात्रियों की मौत हुई है, परंतु अधिकृत सूत्रों से इसकी पुष्टि नहीं हुई है, फिर भी इस दुर्घटना ने भारत के एविएशन सेक्टर को आर्थिक रूप से गहरे झकझोर दिया है।
बोइंग 787 ड्रीमलाइनर: एक लग्ज़री विमान, जिसकी कीमत आसमान छूती है
यह फ्लाइट बोइंग 787 ड्रीमलाइनर थी, जो अपनी तकनीकी खूबी और लग्ज़री के लिए जाना जाता है। इस विमान की अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत ₹1600 से ₹2000 करोड़ तक होती है। इतनी बड़ी पूंजी वाला विमान एक झटके में उड़ान भरने से पहले ही क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे एयर इंडिया को जबरदस्त आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
मरम्मत या कबाड़: दोनों ही विकल्प महंगे
इस स्तर के डैमेज के बाद विमान को फिर से सेवा में लाना बेहद कठिन और खर्चीला हो जाता है। विमान की मरम्मत संभव तो है, लेकिन इसमें अत्यधिक उच्च तकनीक के उपकरणों और विशेषज्ञ इंजीनियरिंग की आवश्यकता होगी। एयरलाइन को तय करना होगा कि क्या इसे मरम्मत किया जाए या पूरी तरह कबाड़ घोषित कर दिया जाए। दोनों ही विकल्पों में करोड़ों रुपए का निवेश लगेगा।
बीमा कंपनियों पर सबसे बड़ी जिम्मेदारी
हादसे के बाद एयर इंडिया को इंश्योरेंस कंपनियों से भारी क्लेम मिलने की उम्मीद है। शुरुआती अनुमानों के अनुसार, बीमा दावे की राशि ₹2,490 करोड़ से अधिक हो सकती है। यह आंकड़ा भारत के एविएशन बीमा इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी देनदारी मानी जा रही है। हालांकि, इससे भविष्य में एयर इंडिया और अन्य एयरलाइनों के प्रीमियम रेट्स में इज़ाफा भी तय माना जा रहा है।
रनवे और एयरपोर्ट की मरम्मत पर अतिरिक्त खर्च
विमान के रनवे से फिसलने के कारण अहमदाबाद एयरपोर्ट के इन्फ्रास्ट्रक्चर को भी भारी नुकसान पहुंचा। रनवे की मरम्मत और उड़ानों के अस्थायी रद्द होने से हवाई अड्डे को लगभग ₹10 से ₹15 करोड़ तक का तत्काल नुकसान हुआ। इसके अलावा, कुछ घंटों तक सभी ऑपरेशन्स ठप रहे जिससे अन्य फ्लाइट्स और यात्रियों को भी परेशानी उठानी पड़ी।
यात्रियों की देखभाल और अन्य व्यवस्थाओं पर हुआ बड़ा खर्च
घटना के बाद यात्रियों की सुरक्षा, मेडिकल जांच, अस्थायी आवास, वैकल्पिक फ्लाइट्स की व्यवस्था और मीडिया प्रबंधन पर भी एयरलाइन को लाखों रुपये खर्च करने पड़े। यह सब तत्काल किया गया, जिससे लागत और बढ़ गई।
साख को लगा गहरा झटका
विमान हादसे का असर सिर्फ आर्थिक ही नहीं होता, बल्कि कंपनी की प्रतिष्ठा पर भी गहरा असर पड़ता है। एयर इंडिया को इस हादसे के चलते अपनी ब्रांड इमेज पर भी धक्का लगा है, जिसे फिर से कायम करना आसान नहीं होगा।
तकनीकी युग में छोटी चूक का बड़ा नुकसान
इस घटना ने एक बार फिर यह दिखा दिया है कि आधुनिक और महंगे विमानों के दौर में भी, यदि निगरानी और रखरखाव में थोड़ी सी भी चूक हो जाए, तो उसका खामियाजा अरबों रुपये में भुगतना पड़ सकता है। यह हादसा भारत की एविएशन इंडस्ट्री के लिए एक चेतावनी है कि सुरक्षा मानकों और प्री-फ्लाइट चेक्स को और भी कठोर किया जाना जरूरी है।