जल्द दौड़ेगी भारत की पहली बुलेट ट्रेन, देश की पहली 173 करोड़ी क्लाइमेटिक लैब में होगा डिब्बों का टेस्ट
punjabkesari.in Wednesday, Dec 11, 2024 - 05:06 PM (IST)
International Desk: देश में पहली बुलेट ट्रेन को पटरी पर लाने का काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। 2026 में भारत में निर्मित पहली हाईस्पीड ट्रेन का ट्रायल शुरू होगा। यह ट्रेन 250-280 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने में सक्षम होगी। ट्रेन के डिब्बों का निर्माण भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (BEML) द्वारा चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री में किया जा रहा है। इन डिब्बों का परीक्षण देश की पहली क्लाइमेटिक चेंबर लैबोरेट्री में किया जाएगा। पहले, बुलेट ट्रेन के डिब्बों का आयात जापान से किया जाना था। हालांकि, जापानी डिब्बों की अधिक लागत के कारण अब इन्हें भारत में ही बनाया जा रहा है।
बीईएमएल को 2 हाईस्पीड ट्रेन सेट्स बनाने का ठेका मिला है, जिसकी कुल लागत 867 करोड़ रुपयेSहै। हर कोच के निर्माण में करीब 27.86 करोड़ रुपए खर्च होंगे। भारत अब अपनी पहली मेड-इन-इंडिया हाई-स्पीड ट्रेन के डिब्बों का निर्माण कर रहा है, जो मुंबई-अहमदाबाद रेल कॉरिडोर पर चलेगी। जापानी डिब्बों की ज्यादा लागत को देखते हुए अब यह डिब्बे देश में ही बनाए जा रहे हैं। इन डिब्बों का परीक्षण 2026 में चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में बन रही देश की पहली क्लाइमेटिक लैब में किया जाएगा। दस्तावेज़ों के मुताबिक, इस टेस्टिंग पर ₹173 करोड़ का खर्च आएगा।
हाई-स्पीड ट्रेन के डिब्बे 250-280 किमी/घंटा की रफ्तार से दौड़ने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। बीईएमएल (BEML) को इन डिब्बों के डिज़ाइन, निर्माण, सप्लाई, टेस्टिंग और कमीशनिंग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। बीईएमएल चाहता है कि 31 जनवरी 2026 से पहले ICF में क्लाइमेटिक चेंबर लैब तैयार हो जाए। सरकारी कंपनी बीईएमएल को दो हाई-स्पीड ट्रेन सेट्स बनाने का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया है। इस पूरे प्रोजेक्ट की लागत ₹867 करोड़ है, जिसमें हर डिब्बे की कीमत ₹27.86 करोड़ होगी। बीईएमएल 2026 के अंत तक दो ट्रेन सेट्स तैयार कर सकती है, जिन्हें पहले गुजरात सेक्शन में चलाया जाएगा। क्लाइमेटिक लैब में ट्रेन के डिब्बों को कृत्रिम ठंड, बर्फ और गर्मी जैसी स्थितियों में टेस्ट किया जाएगा। इस लैब में यह भी जांचा जाएगा कि ट्रेन का ऊर्जा खपत और प्रदर्शन कैसा है। यह लैब भारत की हाई-स्पीड रेल परियोजना का एक अहम हिस्सा है।