पहली बार बैकफुट पर ट्रंप, आप्रेशन सिंदूर पर बोले- भारत और पाक के दो ''समझदार नेताओं'' ने रोका परमाणु युद्ध !
punjabkesari.in Thursday, Jun 19, 2025 - 03:50 PM (IST)

New York: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहली बार बैकफुट पर आते हुए आप्रेशन सिंदूर पर कहा कि भारत और पाकिस्तान के दो ‘‘बहुत समझदार'' नेताओं ने एक ऐसे युद्ध को रोकने का ‘‘निर्णय'' लिया जो परमाणु युद्ध में बदल सकता था। पिछले कुछ हफ्तों में यह पहली बार है जब ट्रंप ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच संघर्ष रोकने का श्रेय खुद नहीं लिया है। ट्रंप ने बुधवार को व्हाइट हाउस में पाकिस्तान के सेना प्रमुख आसिम मुनीर की दोपहर के भोजन पर मेजबानी करने के बाद ओवल कार्यालय में मीडिया से बातचीत में ये टिप्पणियां कीं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि वह मुनीर से मुलाकात कर ‘‘सम्मानित'' महसूस कर रहे हैं। यह पूछने पर कि क्या मुनीर के साथ हुई बैठक में ईरान पर चर्चा की गयी, ट्रंप ने कहा, ‘‘खैर, वे ईरान को बहुत अच्छी तरह, ज्यादातर लोगों से बेहतर जानते हैं और वे किसी भी चीज से खुश नहीं हैं।
ऐसा नहीं है कि इजराइल के साथ उनके खराब रिश्ते हैं। वे असल में दोनों को जानते हैं लेकिन शायद वे ईरान को बेहतर जानते हैं लेकिन वे देख रहे हैं कि क्या चल रहा है और उन्होंने मुझसे सहमति जतायी है।'' ट्रंप ने कहा, ‘‘मैं उन्हें यहां इसलिए बुलाना चाहता था कि मैं युद्ध न करने, संघर्ष खत्म करने के लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहता हूं। जैसा कि आप जानते हैं कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी कुछ समय पहले यहां से गए हैं और हम भारत के साथ एक व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं इसलिए भी मैं धन्यवाद देना चाहता हूं। हम पाकिस्तान के साथ व्यापार समझौते पर काम कर रहे हैं।'' गौरतलब है कि ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कनाडा के कनैनिस्किस में आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन के इतर मुलाकात करने का कार्यक्रम था लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति को इजराइल और ईरान के बीच संघर्ष के कारण समय से पहले वाशिंगटन लौटना पड़ा, जिसके कारण उनकी मोदी से मुलाकात नहीं हो पायी।
हालांकि, दोनों नेताओं ने फोन पर बातचीत की। ट्रंप ने कहा, ‘‘वे दोनों (मोदी और मुनीर) यहां थे लेकिन कुछ सप्ताह पहले मैं मोदी के साथ था। मैं बहुत खुश हूं कि दो बहुत समझदार नेताओं ने युद्ध आगे न बढ़ाने का फैसला किया। यह परमाणु युद्ध में बदल सकता था। वे दो परमाणु संपन्न देश, बहुत बड़ी परमाणु शक्तियां हैं और उन्होंने यह फैसला लिया।'' भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकवादी हमले के बाद पाकिस्तान के कब्जे वाले इलाकों में आतंकवादी बुनियादी ढांचा नष्ट किया था और ‘ऑपरेशन सिंदूर' चलाया था। इसके बाद यह पहली बार है जब ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य संघर्ष रोकने का श्रेय नहीं लिया है।
भारत और पाकिस्तान के 10 मई को सैन्य संघर्ष रोकने का फैसला लेने के बाद से ट्रंप कई मौकों पर यह दावा करते रहे हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव ‘‘रोकने में मदद की'' और उन्होंने दोनों परमाणु संपन्न दक्षिण एशियाई देशों से कहा था कि अगर वे संघर्ष रोकते हैं तो अमेरिका उनके साथ ‘‘बहुत व्यापार'' करेगा। इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना ने बृहस्पतिवार को कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप के साथ विदेश मंत्री सीनेटर मार्को रुबियो और पश्चिम एशिया मामलों के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ भी थे। सेना ने एक बयान में बताया कि मुनीर के साथ पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार लेफ्टिनेंट जनरल आसिम मलिक भी थे जो खुफिया एजेंसी आईएसआई के प्रमुख भी है। बैठक पहले एक घंटे के लिए तय हुई थी लेकिन यह दो घंटे से अधिक समय तक चली।
इसमें कहा गया है कि दोनों के बीच चर्चा में व्यापार, आर्थिक विकास, खान और खनिज, कृत्रिम मेधा (एआई), ऊर्जा, क्रिप्टोकरेंसी और उभरती प्रौद्योगिकियों सहित कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग का विस्तार करने के अवसरों पर चर्चा हुई। सेना ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रम्प ने दीर्घकालिक रणनीतिक अभिसरण और साझा हितों के आधार पर पाकिस्तान के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार साझेदारी बनाने में गहरी रुचि व्यक्त की है।'' उसने बताया कि सेना प्रमुख ने भी ‘‘हालिया क्षेत्रीय संकट में पाकिस्तान और भारत के बीच संघर्ष विराम को सुगम बनाने में राष्ट्रपति ट्रंप की रचनात्मक और निर्णायक भूमिका के लिए पाकिस्तान सरकार और वहां के लोगों की ओर से गहरा आभार भी व्यक्त किया ।''