परमाणु हथियारों में पाकिस्तान से आगे निकला भारत, जानें किस देश के पास कितने Nuclear Weapon

punjabkesari.in Tuesday, Jun 18, 2024 - 09:35 PM (IST)

नेशनल डेस्कः भारत परमाणु हथियारों के मामले में पाकिस्तान से आगे निकल गया है। सोमवार को स्वीडिश थिंक टैंक स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) की एक रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। सिपरी की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत के पास पाकिस्तान की तुलना में अधिक परमाणु हथियार हैं, जबकि चीन ने अपने परमाणु शस्त्रागार को जनवरी 2023 से अपने हथियारों की संख्या बढ़ा ली है। चीन के पास 2023 में 410 परमाणु हथियार थे और उसने हथियारों की संख्या बढ़ाकर जनवरी 2024 तक 500 कर लिया है। अपने विश्लेषण में, SIPRI ने कहा कि चीन का परमाणु शस्त्रागार जनवरी 2023 में 410 हथियार से बढ़कर जनवरी 2024 में 500 हो गया, और इसके और आगे बढ़ने की उम्मीद है।

भारत के पास पाकिस्तान से ज्यादा परमाणु हथियार
अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, उत्तर कोरिया और इज़राइल सहित नौ परमाणु-सशस्त्र राष्ट्रों ने अपने परमाणु शस्त्रागार का आधुनिकीकरण जारी रखा और उनमें से कई ने 2023 में नई परमाणु-सक्षम हथियार प्रणालियां तैनात की हैं। इस साल जनवरी में भारत के पास परमाणु हथियार 172 थे, जबकि पाकिस्तान के पास इसकी संख्या 170 थी। भारत ने 2023 में अपने परमाणु शस्त्रागार में थोड़ा विस्तार किया है। भारत और पाकिस्तान दोनों ने 2023 में नए प्रकार के परमाणु वितरण सिस्टम को विकसित करना जारी रखा है।

हथियारों को लॉन्चर से जोड़ सकता है भारत
भारत के बारे में विस्तार से बताते हुए रिपोर्ट में कहा गया है कि नई दिल्ली ने परमाणु हथियारों को विमान, जमीन से मार करने वाली मिसाइल और बैलिस्टिक मिसाइल पनडुब्बियों की मजबूत परमाणु त्रयी को सौंपा है। इसमें आगे कहा गया है कि लंबे समय से माना जाता रहा है कि भारत शांति काल के दौरान अपने परमाणु हथियारों को लॉन्चरों से अलग रखता है। हालांकि, देश के हालिया कदमों से पता चलता है कि भारत शांति काल में अपने कुछ वारहेड्स को उनके लॉन्चरों के साथ जोड़ने की दिशा में आगे बढ़ सकता है।

रिपोर्ट के मुताबिक, भारत, पाकिस्तान और उत्तर कोरिया सभी बैलिस्टिक मिसाइलों पर कई वारहेड तैनात करने की क्षमता हासिल करने की कोशिश कर रहे हैं, जो अमेरिका, रूस, फ्रांस, ब्रिटेन के पास पहले से ही है। हाल ही में चीन ने भी इसे हासिल किया है। थिंक टैंक ने कहा है कि इस तकनीक से तैनात हथियारों में वृद्धि होगी और परमाणु संपन्न देशों के द्वारा अधिक धमकी देने की संभावना भी होगी।

चीन की क्या है क्षमता?
सिपरी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि चीन तेजी से अपनी सेनाओं के आधुनिकीकरण में लगा हुआ है। इसके आधार पर चीन के पास इस दशक के अंत तक कम से रूस और अमेरिका के बराबर अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलें हो सकती हैं। हालांकि, इसमें चीन के परमाणु हथियारों का भंडार अभी भी रूस या अमेरिका के भंडार की तुलना में काफी छोटा रहने की उम्मीद है। चीन के पास अभी 500 परमाणु हथियार हैं। इसमें कहा गया है कि चीन दुनिया में सबसे तेजी से अपने परमाणु शस्त्रागार का विस्तार कर रहा है।


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Content Writer

Yaspal

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