S-400 बना भारत की ढाल! जल्द आ सकते दो और खतरनाक स्क्वाड्रन

punjabkesari.in Saturday, Jun 28, 2025 - 02:04 PM (IST)

Washington: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप  को ईरान के खिलाफ दोबारा सैन्य कार्रवाई करने से कानूनी रूप से रोकने की डेमोक्रेटिक पार्टी की कोशिश को शुक्रवार को  सीनेट ने खारिज कर दिया । यह फैसला ऐसे समय आया है जब अमेरिका और ईरान के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है।सीनेट सदस्य टिम केन द्वारा लाया गया यह प्रस्ताव इस बात को सुनिश्चित करता कि: राष्ट्रपति ट्रंप को भविष्य में ईरान के खिलाफ कोई सैन्य कार्रवाई करने से पहले कांग्रेस (संसद) की अनुमति लेनी होगी।लेकिन सीनेट में  रिपब्लिकन पार्टी का बहुमत होने के कारण इस प्रस्ताव को पारित नहीं किया जा सका। 

 

जब राष्ट्रपति ट्रंप से पूछा गया कि क्या वे फिर से ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमला करेंगे, तो उन्होंने स्पष्ट कहा: “ बिल्कुल, बिना किसी हिचकिचाहट के। ”यह बयान यह दर्शाता है कि ट्रंप ईरान के खिलाफ  एकतरफा और आक्रामक नीति पर कायम हैं। 100 सदस्यों वाली सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के पास 53 सीटें हैं जिससे उनका वर्चस्व है। रिपब्लिकन सांसदों ने ट्रंप के फैसलों का समर्थन किया विशेषकर पिछले सप्ताह ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर बमबारी  को लेकर।

 

अधिकांश रिपब्लिकन नेताओं का मानना है कि ईरान अब एक "तत्काल खतरा" (Imminent Threat)  बन चुका है। उनका मानना है कि ऐसे में राष्ट्रपति को निर्णायक कार्रवाई का अधिकार मिलना चाहिए भले ही वह कांग्रेस की मंजूरी के बिना क्यों न हो। सीनेट का यह फैसला अमेरिकी राजनीति में राष्ट्रपति और संसद के बीच युद्ध-संबंधी शक्तियों को लेकर पुरानी खींचतान को एक बार फिर सामने लाता है।राष्ट्रपति ट्रंप की आक्रामक विदेश नीति को फिलहाल संवैधानिक या कानूनी चुनौती का कोई खतरा नहीं** है, क्योंकि सीनेट का बहुमत उनके साथ खड़ा है।
 


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Content Writer

Tanuja

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