ईरान-इजरायल जंग खतरनाक मोड़ पर: खामनेई का धार्मिक संदेश वायरल, इजराइल में रेड अलर्ट
punjabkesari.in Tuesday, Jun 17, 2025 - 03:24 PM (IST)

International Desk: ईरान और इजरायल के बीच सैन्य तनाव लगातार खतरनाक दिशा में बढ़ता जा रहा है। इसी बीच, ईरान के सर्वोच्च नेता आयतुल्ला अली खामेनेई ने एक कड़ा धार्मिक संदेश साझा करते हुए इजरायल को खुली चेतावनी दी है।
खामेनेई की चेतावनी
आयतुल्ला खामेनेई ने मंगलवार को अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट से कुरान की सूरह 61:13 का हवाला देते हुए लिखा: "अल्लाह की मदद और शीघ्र आने वाली जीत।" उन्होंने आगे कहा, "अल्लाह की इच्छा से इस्लामिक राष्ट्र, यहूदी शासन (Zionist regime) पर विजय प्राप्त करेगा।" इस बयान को सीधे तौर पर युद्ध की धार्मिक घोषणा माना जा रहा है, जो ईरान के धर्म और राजनीति के संगठित ढांचे से आया है। खामेनेई की यह टिप्पणी ऐसे समय आई है जब इजरायल और ईरान आमने-सामने हैं और हालिया हमलों ने हालात को युद्ध के मुहाने पर पहुँचा दिया है।
"Help from Allah and an imminent conquest" (Holy Quran: 61:13).
The Islamic Republic will triumph over the Zionist regime by the will of God. pic.twitter.com/sUZvapaV4G
— Khamenei.ir (@khamenei_ir) June 16, 2025
ईरान के तबरीज़ शहर में दो भीषण धमाके
मंगलवार को ईरान के उत्तर-पश्चिमी शहर तबरीज़ में 5 मिनट के अंतराल पर दो जोरदार विस्फोट हुए। स्थानीय अखबार हम मिहन और समाचार एजेंसी मेहर ने पुष्टि की कि धमाकों के बाद शहर के कुछ इलाकों में घना धुआं फैल गया। कई वीडियो भी सामने आए हैं।महत्वपूर्ण बात यह है कि तबरीज़ में ईरानी वायुसेना का एक प्रमुख बेस मौजूद है, जिससे इस घटना को और गंभीर माना जा रहा है।
इजरायल में रेड अलर्ट
उधर, मंगलवार सुबह यरुशलम और तेल अवीव में तेज धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। ईरान से दागी गई मिसाइलों** की चेतावनी के बाद इजरायल के कई शहरों में एयर रेड सायरन बजाए गए, लोगों को बम शेल्टर में जाने का निर्देश दिया गया। इजरायली रक्षा बल (IDF) ने बताया कि मिसाइल हमले के जवाब में उन्होंने मिसाइलों को इंटरसेप्ट किया और पलटवार की कार्रवाई की जा रही है।हालांकि यरुशलम में धमाके तो हुए, लेकिन वहां सायरन नहीं बजने से लोगों में भ्रम और डर का माहौल फैल गया। मिसाइलों का लक्ष्य इजरायल के केंद्रीय, उत्तरी और दक्षिणी हिस्से थे।
खतरनाक मोड़ पर पहुंचा संघर्ष
IDF के अनुसार, यह हमला ईरान की ओर से दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों की एक बड़ी बौछार थी। कई मिसाइलें तेल अवीव और उसके आसपास गिरीं। इजरायल की आपातकालीन चिकित्सा टीमें तुरंत घटनास्थलों पर पहुंचीं और राहत कार्य शुरू किया गया। विशेषज्ञों का कहना है कि यह संघर्ष अब धार्मिक, सैन्य और राजनीतिक रूप से खतरनाक मोड़ पर पहुंच चुका है। खासकर जब खामेनेई जैसी हस्तियां धार्मिक ग्रंथों का प्रयोग करके युद्ध का समर्थन कर रही हों, तब यह संकेत देता है कि यह केवल सैन्य लड़ाई नहीं, बल्कि एक आस्था आधारित जंग में तब्दील हो सकती है।