इंडिया समूह ने त्रिपुरा में संयुक्त अभियान किया शुरु

punjabkesari.in Friday, Mar 22, 2024 - 05:20 PM (IST)

नेशनल डेस्क : इंडिया समूह के आठ दलों ने शुक्रवार को त्रिपुरा की दो लोकसभा सीटों और रामनगर विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए एक संयुक्त अभियान शुरू किया, जिसका लक्ष्य भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) उम्मीदवारों के खिलाफ राज्य के हर बूथ तक पहुंचना है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं इंडिया समूह के संयोजक सुदीप रॉय बर्मन ने यह जानकारी दी। रॉय बर्मन ने भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन को ‘फासीवादी ताकत' करार देते हुए मतदाताओं से अपने दिमाग का इस्तेमाल करने और सत्तारूढ़ भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनावों में इंडिया समूह के उम्मीदवारों के पक्ष में ‘विवेकपूर्ण' मतदान करने का आग्रह किया।

उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार करने के लिए ईडी का इस्तेमाल करने को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की और आरोप लगाया कि श्री मोदी और अमित शाह पागल घोड़े पर सवार हैं तथा भारत की लोकतांत्रिक परंपरा को भूल गये हैं। भाजपा के पूर्व मंत्री रॉय बर्मन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘वैचारिक आधार पर मतभेद होने के बावजूद, लोगों के समग्र हित के साथ ही संविधान, लोकतंत्र, धर्मनिरपेक्षता और देश की संघीय प्रकृति की रक्षा के लिए हम एक साथ आये हैं।' उन्होंने श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार की आलोचना करते हुए दावा किया कि 2014 में देश के आम चुनावों से पहले कई चुनाव पूर्व आश्वासनों के बावजूद, पिछले 10 वर्ष में भाजपा सरकार ने कोई भी प्रतिबद्धता पूरी नहीं की है। इसके विपरीत, उन्होंने आम लोगों के जीवन को संकट में डाल दिया है।

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रॉय बर्मन ने कांग्रेस के पांच ‘न्याय', 25 गारंटियों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इंडिया समूह के नेताओं ने युवाओं, महिलाओं, मजदूरों, किसानों और हाशिये पर रहने वाले वर्गों के लिए वादों के साथ हर घर तक पहुंचने का फैसला किया है। यह कहते हुए कि देश बदलाव चाह रहा है, उन्होंने दावा किया कि पार्टी का चुनावी घोषणापत्र पांच ‘न्याय स्तंभों' के आधार पर लोगों को न्याय सुनिश्चित करने पर केंद्रित होगा। उन्होंने यह भी दावा किया कि भाजपा की ‘गारंटियों' का हश्र 2004 के ‘इंडिया शाइनिंग' नारे जैसा ही होगा।

कांग्रेस नेता ने कहा कि मोदी सरकार शुरुआत से ही ईडी, सीबीआई और आयकर विभाग सहित सभी सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग कर रही है। वह सरकारी एजेंसियों का दुरूपयोग कर लगातार विपक्षी दलों को अस्थिर कर रही है, राज्य सरकारों को परेशान कर रही है और विधायकों की खरीद-फरोख्त के माध्यम से भाजपा के नेतृत्व वाली सरकारें बना रही है। उन्होंने त्रिपुरा के शाही वंशज एवं टीआईपीआरए मोथा के संस्थापक प्रद्योत किशोर माणिक्य देववर्मा की आलोचना करते हुए उन पर राज्य के निर्दोष आदिवासियों के साथ विश्वासघात की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने आरोप लगाया कि सामुदायिक हितों और अधिकारों की रक्षा के तथाकथित नारों के बाद, देववर्मा ने आखिरकार व्यक्तिगत लाभ के लिए छत्तीसगढ़ में रहने वाली अपनी बड़ी बहन को भाजपा उम्मीदवार के तौर पर मैदान में उतारा।

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उन्होंने कहा, ‘‘टीआईपीआरए मोथा पहले दिन से आदिवासियों की भावनाओं के साथ खेल रहा है, लेकिन अब त्रिपुरा के लोग उनके विश्वासघात और प्रद्योत किशोर की लाभकारी राजनीति को समझ गये हैं। प्रद्योत के पूर्वजों के कारण आदिवासी और गैर-आदिवासी दोनों उनका सम्मान करते हैं, लेकिन उन्होंने त्रिपुरा के लोगों को धोखा दिया है।''

 

 


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News Editor

Rahul Singh

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