भारत बना श्रीलंका का संकटमोचक, जीवनरक्षक दवाइयों की खेप का भेजा तोहफा

punjabkesari.in Thursday, Mar 13, 2025 - 08:34 PM (IST)

Colombo: भारत ने श्रीलंका के अनुरोध पर उसे आवश्यक जीवनरक्षक दवाइयों की आपातकालीन खेप प्रदान की है। श्रीलंका में भारतीय उच्चायोग ने गुरुवार को जानकारी दी कि भारत ने श्रीलंकाई अस्पतालों में फ्यूरोसेमाइड इंजेक्शन (20एमजी/2एमएल) की भारी कमी को पूरा करने के लिए  50,000 एम्पुल्स भेजे हैं। भारत के उच्चायुक्त संतोष झा ने यह दवाइयां श्रीलंका के  स्वास्थ्य एवं जनसंचार मंत्री नलिंदा जयतिस्सा को सौंपीं। भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी आधिकारिक बयान में कहा गया,"भारत हमेशा कठिन समय में श्रीलंका का विश्वसनीय मित्र रहा है और उसकी मदद के लिए आगे आया है।" भारत और श्रीलंका के बीच ऐतिहासिक रूप से गहरे और मैत्रीपूर्ण संबंध रहे हैं। भारत ने हमेशा संकट के समय में श्रीलंका को मानवीय सहायता प्रदान की है।  

 

 कोविड-19 महामारी के दौरान सहायता 

  •  मई 2020:  भारत ने श्रीलंका को 25 टन से अधिक दवाइयों  की आपूर्ति की थी।  
  •  जनवरी 2021: भारत ने कोविशील्ड वैक्सीन की 5,00,000 खुराकें उपहार में दीं।  
  •  फरवरी 2022: श्रीलंका को  1 लाख 'रैपिड एंटीजन टेस्ट' किट उपलब्ध कराए गए।  

 

श्रीलंका के आर्थिक संकट में सहायता 
श्रीलंका में  2022 में गंभीर आर्थिक संकट  उत्पन्न हुआ, जिसके चलते देश में आवश्यक वस्तुओं, ईंधन और दवाओं की भारी किल्लत हो गई। इस संकट से उबरने के लिए भारत ने महत्वपूर्ण सहायता प्रदान कीृ। मार्च 2022 में भारत ने $1 अरब (1 बिलियन अमेरिकी डॉलर) की ऋण सुविधा दी, जिससे श्रीलंका को आवश्यक वस्तुओं और दवाओं की आपूर्ति में मदद मिली।   मार्च 2024 में श्रीलंका सरकार के अनुरोध पर इस ऋण सुविधा को  दो साल तक बढ़ाया गया। अप्रैल-मई 2022 में दवाओं की गंभीर कमी को दूर करने के लिए भारत ने  26 टन से अधिक चिकित्सा आपूर्ति श्रीलंका के प्रमुख अस्पतालों को भेजी। इसमें पेराडेनिया विश्वविद्यालय अस्पताल, जाफना टीचिंग अस्पताल, हंबनटोटा जनरल अस्पताल शामिल थे।  

 

दवाओं और स्वास्थ्य सेवाओं में सहयोग 
  
- भारत ने श्रीलंका को  सस्ती और उच्च गुणवत्ता वाली दवाएं उपलब्ध कराई हैं।  
- भारतीय सहायता से श्रीलंका में  चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं का विकास हुआ है।  
- दोनों देशों के बीच स्वास्थ्य अनुसंधान और आपातकालीन प्रतिक्रिया को लेकर भी सहयोग जारी है।  

 

 
श्रीलंका पिछले कुछ वर्षों से गंभीर आर्थिक संकट और चिकित्सा आपूर्ति की कमी से जूझ रहा है।  
- अस्पतालों में  जरूरी दवाओं की भारी कमी के कारण मरीजों का इलाज बाधित हो रहा था।  
- भारत द्वारा दी गई फ्यूरोसेमाइड इंजेक्शन (50,000 एम्पुल्स) हृदय, किडनी और अन्य गंभीर बीमारियों के मरीजों के लिए जीवनरक्षक साबित होगी।  
- भारत की इस मदद से  श्रीलंका के स्वास्थ्य तंत्र को मजबूती** मिलेगी और दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।  

 

 


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Content Writer

Tanuja

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