‘‘रोहिंग्या शरणार्थियों को वापस लेने के लिए म्यांमा पर दबाव बना रहा है भारत’’

punjabkesari.in Friday, Sep 15, 2017 - 06:15 PM (IST)

ढाका: विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने रोहिंग्या शरणार्थियों के मसले पर बंगलादेश के साथ एकजुटता प्रदर्शित की है। उन्होंने कहा है कि भारत बौद्ध बहुल आबादी वाले देश से भागे रोहिंग्या मुसलमानों को वापस लेने के लिए म्यांमा पर दबाव डाल रहा है। बंगलादेश के प्रधानमंत्री के एक वरिष्ठ सहयोगी ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का हवाला देते हुए यह बात कही है।  
PunjabKesari25 अगस्त को शुरू हुई हालिया हिंसा के बाद से 300,000 से अधिक रोहिंग्या बंगलादेश में आ चुके हैं।म्यामां की सीमा से लगे बंगलादेश में पहले से ही करीब 300,000 शरणार्थी रह रहे हैं। बंगलादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के उप प्रेस सचिव नजरूल इस्लाम ने मीडिया को बताया कि कल सुषमा स्वराज ने फोन पर प्रधानमंत्री से बात की और उन्हें भरोसा दिया कि रोहिंग्या मुद्दे पर भारत बंगलादेश के रूख का पूरा समर्थन करेगा।
PunjabKesariसुषमा स्वराज और हसीना के बीच हुई बातचीत का हवाला देते हुए नजरूल ने बताया कि भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि अब रोहिंग्या मुद्दा एक अंतर्राष्ट्रीय मुद्दा बन चुका है।भारत म्यांमा पर द्विपक्षीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव डालने का प्रयास कर रहा है ताकि वह जातीय रूप से अल्पसंख्यक रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार बंद करे और देश छोड़कर बंगलादेश की ओर भाग रहे शरणार्थियों को वापस ले।’’
PunjabKesariप्रवक्ता के अनुसार, हसीना ने इस मामले में कहा कि बंगलादेश को शरणार्थियों को मानवीय आधार पर शरण देने को मजबूर होना पड़ा क्योंकि वे म्यांमा में पश्चिमी राखाइन राज्य में अपने घरों से भाग रहे थे ।  उनहोंने बताया कि हसीना ने सुषमा स्वराज को शरणार्थियों की दयनीय हालत के बारे में जानकारी दी, खासतौर से नाबालिग बच्चों और महिलाओं की हालत के बारे में ।साथ ही कहा कि बंगलादेश उनकी मूलभूत जरूरतों को पूरा करने का प्रयास कर रहा है।प्रवक्ता ने कहा,‘‘उन्होंने(हसीना)ने स्वराज को बताया कि बंगलादेश को शरणार्थी संकट से निपटने के लिए बाहरी समर्थन और उन्हें वापस म्यांमा भेजे जाने की जरूरत है।’’ 


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