पिछले 5 सालों में विदेश में पढ़ने वाले 633 भारतीय छात्रों की मौत, कनाडा में गई सबसे ज्यादा स्टूडेंट्स की जान
punjabkesari.in Saturday, Jul 27, 2024 - 05:30 PM (IST)
नेशनल डेस्क: पिछले 5 सालों में विदेश में पढ़ाई कर रहे 633 भारतीय छात्रों की मौत हो गई है। ये मौतें 41 देशों में हुई हैं। दरअसल, इस समय संसद का मानसून सत्र चल रहा है। इस दौरान विदेश मंत्रालय ने लोकसभा में यह जानकारी दी।
कनाडा में हुई 172 भारतीय छात्रों की मौत
विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह ने शुक्रवार को लोकसभा में बताया कि पिछले 5 सालों में विदेश में पढ़ाई कर रहे 633 भारतीय छात्रों की मौत हो गई है। इन मौतों में सबसे अधिक 172 भारतीय छात्रों की मौत कनाडा में हुई। इसके बाद अमेरिका का नंबर आता है, जहां 108 छात्रों की मौत हुई। पाकिस्तान में भी 1 भारतीय छात्र की मौत हुई है। यह जानकारी केरल से सांसद कोडिकुनिल सुरेश के सवाल के जवाब में दी गई।
विभिन्न हमलों में गई 19 भारतीय छात्रों की जान
कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि इन मौतों के कारण अलग-अलग थे। कुछ मौतें प्राकृतिक कारणों से हुईं, जबकि कुछ मौतें दुर्घटनाओं के कारण हुईं। 19 भारतीय छात्रों की मौत विभिन्न हमलों में हुई है। इनमें से सबसे अधिक 9 छात्रों की मौत कनाडा में हुई और 6 छात्रों की मौत अमेरिका में हुई। ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, चीन, और किर्गिस्तान में एक-एक छात्र की मौत हमलों के कारण हुई।
'वर्तमान में 13 लाख से अधिक भारतीय छात्र विदेशों में कर रहे पढ़ाई'
मंत्री ने आगे कहा कि विदेश में भारतीय छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भारत सरकार की प्राथमिकता है। विदेशों में भारतीय मिशन नियमित रूप से भारतीय छात्रों से संपर्क बनाए रखते हैं। कीर्तिवर्धन सिंह ने बताया कि वर्तमान में 13 लाख से अधिक भारतीय छात्र विदेशों में पढ़ाई कर रहे हैं। पिछले 3 सालों में यह संख्या बढ़ी है। 2022 में 7.5 लाख, 2023 में 9.3 लाख और 2024 में 13.35 लाख छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ये छात्र 101 देशों में फैले हुए हैं।
सबसे अधिक छात्र कनाडा में कर रहे पढ़ाई
उन्होंने बताया कि सबसे अधिक छात्र कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं। इसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, यूएई और रूस का नंबर आता है। चीन में 8 हजार से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। युद्ध के बावजूद, यूक्रेन में 2510 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं, जबकि पाकिस्तान में 14 छात्र भी पढ़ाई कर रहे हैं।