मालदीव के विपक्षी नेता अब्दुल्ला ने मुइज्जू सरकार को दी चेतावनी, कहा-भारत के साथ रिश्ते बिगाड़ने से होगा नुकसान

punjabkesari.in Tuesday, Feb 27, 2024 - 02:18 PM (IST)

मालेः मालदीव के मुख्य विपक्षी दल ‘मालदीवियन डेमोक्रेटिक पार्टी' (एमडीपी) के नए नेता अब्दुल्ला शाहिद ने नयी दिल्ली के साथ माले के करीबी संबंधों का बचाव करते हुए इस बात पर जोर दिया है कि ‘‘भारत के साथ संबंधों को खराब करना असंभव है।'' मालदीव की नयी सरकार की चीन के प्रति झुकाव के बीच अब्दुल्ला की यह टिप्पणी आई है। ‘सन ऑनलाइन' के साथ साक्षात्कार में 61 वर्षीय शाहिद ने कहा, ‘‘भारत ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और कई अन्य तरीकों से हमसे जुड़ा हुआ है।'' पिछले सप्ताह आयोजित साक्षात्कार के दौरान शाहिद ने कहा कि मालदीव एक सहयोगी के रूप में भारत के भौगोलिक और ऐतिहासिक महत्व से खुद को दूर नहीं कर सकता।

 

राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू के भारत विरोधी रुख के साथ सत्ता में आने के बाद से भारत-मालदीव के बीच संबंध खराब हुए हैं। मुइज्जू को चीन समर्थक नेता माना जाता है। पिछले मंगलवार को बिना चुनाव के विपक्षी दल के शीर्ष पद के लिए चुने गए शाहिद ने तीन नवंबर, 1988 को मालदीव में विदेशी सैन्य घुसपैठ को याद किया और स्थिति से निपटने में भारतीय सेना की भूमिका और उनकी सहायता पर प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत 2004 के सुनामी संकट में सहायता करने वाला पहला सहयोगी था। शाहिद ने माले में जल संकट का जिक्र करते हुए कहा कि भारत ने संकट उत्पन्न होने के चार घंटों के भीतर विशेष उड़ानों के जरिये पानी पहुंचाया था।

 

इब्राहिम मोहम्मद सोलिह की सरकार में 2018 से 2023 तक विदेश मंत्री रहे शाहिद ने कहा कि भारत 2020 की कोविड महामारी में भी मालदीव की सहायता करने वाला पहला देश था। शाहिद के हवाले से कहा गया,‘‘ भारत पिछले 60 वर्षों से दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक रहा है। यह दुनिया में सबसे बड़ी आबादी वाला सबसे तेजी से बढ़ने वाला आर्थिक राज्य भी है। इसलिए हमारी नीतियों में उन सभी उपायों की खोज पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए जिनसे मालदीव को भारत द्वारा की गई आर्थिक प्रगति से लाभ हो सके।''

 

शाहिद ने उन अफवाहों को भी खारिज कर दिया कि मुख्य विपक्षी नेता के रूप में उनकी हालिया नियुक्ति को भारत का समर्थन प्राप्त था। रिपोर्ट में कहा गया है कि मुइज्जू प्रशासन के कई अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि उनकी नियुक्ति भारत द्वारा समर्थित थी। शाहिद ने कहा "वर्तमान में सरकार चलाने वाले लोग मेरे द्वारा हासिल की जाने वाली किसी भी चीज़ को अमान्य करने के लिए भारत को अपने बहाने के रूप में उपयोग करते हैं। इस बिंदु पर, वे यह दावा करने की हद तक जा सकते हैं कि मेरी पैदाइश भारत से प्रभावित था। यह इस समय उनके विमर्श की सीमा है।''  


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Content Writer

Tanuja

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