हिंदू लड़की अगर मुस्लिम से शादी कर ले तो पिता की प्रॉपर्टी में मिलेगा हिस्सा!, जानें कानून
punjabkesari.in Monday, Feb 17, 2025 - 11:54 AM (IST)
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नेशनल डेस्क: भारत में धर्म और जाति की सीमा से परे विवाह करना अब कोई नई बात नहीं है। हिंदू लड़की का मुस्लिम लड़के से शादी करना और इसके बाद संपत्ति के अधिकार पर सवाल उठना एक सामान्य विवाद बन गया है। इस विवाद का हल कानून की बारीकी में छिपा है। सवाल यह उठता है कि अगर एक हिंदू लड़की किसी मुस्लिम लड़के से शादी कर ले, तो क्या उसे अपने पिता की संपत्ति में हिस्सा मिलेगा? आइए जानते हैं इस मुद्दे पर हिंदू उत्तराधिकार कानून और न्यायालय के फैसलों के बारे में।
हिंदू उत्तराधिकार कानून में बदलाव बेटी को बराबरी का अधिकार
2005 से पहले हिंदू उत्तराधिकार कानून में बेटियों को पिता की संपत्ति में समान उत्तराधिकारी नहीं माना जाता था। लेकिन इस कानून में संशोधन हुआ, और अब बेटियों को भी पिता की संपत्ति में बराबर का हिस्सा मिलता है। इसका मतलब यह हुआ कि बेटी का विवाह चाहे किसी भी धर्म से हो, इससे उसके अधिकार में कोई बदलाव नहीं आता। शादी के बाद भी उसे अपने पिता की संपत्ति में बराबरी का हिस्सा प्राप्त करने का अधिकार है।
मुस्लिम लड़के से शादी करने के बाद क्या होगा?
अब सवाल यह है कि अगर कोई हिंदू लड़की मुस्लिम लड़के से शादी कर ले, तो क्या उसे पिता की संपत्ति में हिस्सा मिलेगा? इस सवाल पर कई बार अदालतों में मामले पहुंच चुके हैं। अदालतों ने यह फैसला सुनाया है कि सिर्फ मुस्लिम से शादी करने से लड़की का धर्म नहीं बदलता। यानी यदि कोई हिंदू लड़की मुस्लिम से शादी करती है, तो भी वह हिंदू उत्तराधिकार कानून के तहत अपनी पिता की संपत्ति में बराबरी का हिस्सा पाने की हकदार होती है। अर्थात, मुस्लिम लड़के से शादी करने के बाद भी हिंदू लड़की अपने पिता की संपत्ति में आधे हिस्से का दावा कर सकती है। यह प्रावधान हिंदू उत्तराधिकार कानून के तहत लागू होता है, और इसे किसी धर्म परिवर्तन से जोड़कर नहीं देखा जाता है।
क्या धर्म परिवर्तन के बाद भी संपत्ति में हिस्सा मिलेगा?
अगर हिंदू लड़की शादी के बाद अपना धर्म बदलती है, तो यह सवाल उठता है कि क्या उसे अपनी पिता की संपत्ति में हिस्सा मिलेगा? भारतीय न्यायपालिका का मानना है कि यदि लड़की ने धर्म परिवर्तन किया है, तो उसे मुस्लिम विधि के तहत संपत्ति के अधिकार मिल सकते हैं, जहां बेटी को भाई से आधा हिस्सा मिलता है। लेकिन अगर लड़की ने धर्म परिवर्तन नहीं किया है, तो वह हिंदू उत्तराधिकार कानून के तहत अपने पिता की संपत्ति में बराबरी का अधिकार बनाए रखेगी।