ICICI बैंक ने न्यूनतम बैलेंस नियम में किया बड़ा बदलाव, पहले फैसले से लिया यू-टर्न
punjabkesari.in Wednesday, Aug 13, 2025 - 10:14 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश की दूसरी सबसे बड़ी प्राइवेट बैंक ICICI बैंक ने सेविंग अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस (MAB) को लेकर अपना पुराना फैसला वापस ले लिया है। पहले बैंक ने नए बचत खातों के लिए मेट्रो और शहरी क्षेत्रों में ₹50,000 तक औसत मासिक बैलेंस रखने की शर्त रखी थी, लेकिन अब इसे घटाकर ₹15,000 कर दिया गया है।
बैंक ने ग्राहकों की प्रतिक्रिया के बाद यह बदलाव किया है। नई शर्तें 1 अगस्त 2025 से प्रभावी हैं।
किस क्षेत्र में कितना MAB?
बैंक द्वारा क्षेत्र के हिसाब से न्यूनतम मासिक औसत बैलेंस (MAB) इस प्रकार तय किया गया है:
मेट्रो/शहरी क्षेत्र: ₹15,000 (पहले ₹50,000 प्रस्तावित)
अर्ध-शहरी क्षेत्र: ₹7,500 (पहले ₹25,000 प्रस्तावित)
ग्रामीण क्षेत्र: ₹2,500 (पहले ₹10,000 प्रस्तावित)
क्यों बदला गया फैसला?
ICICI बैंक को सोशल मीडिया पर भारी आलोचना का सामना करना पड़ा था, जब उसने मेट्रो शहरों में MAB ₹50,000 करने की घोषणा की थी। इससे पहले मेट्रो में MAB ₹10,000, अर्ध-शहरी में ₹5,000 और ग्रामीण में ₹5,000 था।
बैंक ने बताया कि यह बदलाव ग्राहकों की प्रतिक्रियाओं को देखते हुए किया गया है ताकि उन्हें वित्तीय बोझ से राहत मिल सके।
क्या कहते हैं आरबीआई गवर्नर?
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के गवर्नर संजय मल्होत्रा ने हाल ही में स्पष्ट किया कि MAB की राशि तय करना पूरी तरह बैंकों का अधिकार है और इस पर कोई नियामकीय पाबंदी नहीं है।
दूसरे बैंकों में क्या है स्थिति?
अन्य प्रमुख बैंकों में MAB की स्थिति कुछ इस तरह है:
HDFC बैंक
रेगुलर सेविंग अकाउंट – ₹10,000
सेविंग मैक्स अकाउंट – ₹25,000
कोई बदलाव नहीं किया गया
एक्सिस, कोटक, इंडसइंड, यस बैंक: मेट्रो व शहरी क्षेत्र के लिए MAB – ₹10,000
सरकारी बैंक (SBI, BOB, यूनियन बैंक): न्यूनतम बैलेंस की शर्त पूरी तरह हटा दी गई है।
MAB होता क्या है?
मासिक औसत बैलेंस (Monthly Average Balance) का मतलब है कि महीने के हर दिन खाते में कितना बैलेंस रहा, उसका औसत। अगर तय MAB से कम बैलेंस रहता है, तो बैंक पेनल्टी वसूल सकता है।