IB चीफ तपन डेका को एक साल का और सेवा विस्तार

punjabkesari.in Tuesday, May 20, 2025 - 06:48 PM (IST)

नेशनल डेस्क: देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूती देने वाले जांबाज आईपीएस अधिकारी तपन कुमार डेका को एक बार फिर बड़ा जिम्मा मिला है। केंद्र सरकार ने उन्हें इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के निदेशक पद पर एक साल का सेवा विस्तार दे दिया है। अब वे 30 जून 2026 तक इस महत्वपूर्ण पद पर बने रहेंगे। यह लगातार दूसरी बार है जब तपन डेका को सेवा विस्तार दिया गया है। उनकी कार्यशैली रणनीतिक क्षमता और सुरक्षा मामलों में गहरी पकड़ को देखते हुए मोदी सरकार ने यह फैसला लिया है।

कौन हैं तपन कुमार डेका?

तपन डेका 1988 बैच के हिमाचल प्रदेश कैडर के आईपीएस अधिकारी हैं। उनका पूरा करियर इंटेलिजेंस ब्यूरो से ही जुड़ा रहा है। उन्हें साल 2022 में पहली बार दो साल के लिए IB निदेशक नियुक्त किया गया था। उनका कार्यकाल 30 जून 2024 को समाप्त होने वाला था लेकिन सरकार ने पहले उन्हें एक साल का विस्तार दिया और अब फिर से एक साल के लिए उनके कार्यकाल को बढ़ा दिया गया है। अब वे 30 जून 2026 तक इस पद पर रहेंगे।

क्यों खास है डेका का कार्यकाल?

तपन डेका का करियर सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक मिसाल है। उन्होंने देश के सामने खड़ी कई गंभीर आतंकी चुनौतियों का सफलतापूर्वक सामना किया है। खासकर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद, टारगेट किलिंग और घाटी में चल रहे उग्रवादी अभियानों को डेका ने जमीनी स्तर पर जाकर नियंत्रित किया। वे लंबे समय तक आईबी में ऑपरेशंस विंग की कमान संभाल चुके हैं और वहां से लेकर निदेशक पद तक उनका सफर अत्यंत प्रभावशाली रहा है।

पुलवामा और पठानकोट जैसे हमलों से निपटने में रहे अग्रणी

तपन डेका को आतंकवाद के खिलाफ अभियानों में दशकों का अनुभव है। वे उस समय ऑपरेशंस के संयुक्त निदेशक थे जब इंडियन मुजाहिदीन देशभर में अपनी आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था। डेका की रणनीति और निगरानी की बदौलत इंडियन मुजाहिदीन के कई आतंकियों को ट्रैक कर निष्क्रिय किया गया। इसके अलावा, उन्होंने 2015–16 में पठानकोट एयरबेस पर हुए हमले और 2019 के पुलवामा आत्मघाती हमले के दौरान अभियानों का संचालन किया था।

हाल की उपलब्धियां भी रही उल्लेखनीय

डेका ने हाल के वर्षों में भी इंटेलिजेंस ब्यूरो को बेहद प्रभावी और चुस्त बनाया है। जून 2024 में उन्हें प्रमोट कर विशेष निदेशक (Special Director) बनाया गया था। इससे पहले वे अतिरिक्त निदेशक (Additional Director) के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे थे। उनके नेतृत्व में आईबी ने देशभर में फैली कई संवेदनशील सुरक्षा चुनौतियों से सफलता के साथ निपटा है।


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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