कोरोना से हारे डॉक्टर प्रसाद, तीन हफ्ते तक लड़ी वायरस से जंग

punjabkesari.in Monday, Jul 06, 2020 - 12:52 PM (IST)

नेशनल डेस्कः हैदराबाद में सीनियर डॉक्टर केवीआर प्रसाद कोरोना से जंग हार गए। 85 साल के डॉक्टर प्रसाद की 2 जुलाई को कोरोना से मौत हो गई। शहर में कोरोना मामले बढ़ने के बीच भी डॉक्टर प्रसाद सीताफलमंडी के श्रीदेवी नर्सिंग होम में मरीजों का इलाज करते रहे। उनके बच्चों ने उन्हें अस्पताल जाने से भी रोका लेकिन ज्यादा समय तक वे घर पर नहीं रूके। 15 मार्च, 1936 को जन्मे डॉ प्रसाद ने पश्चिम बंगाल के बांकुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई की थी। उन्होंने छाती की बीमारियों (chest diseases) से संबंधित चेस्ट हॉस्पिटल, हैदराबाद से स्नातकोत्तर डिप्लोमा प्राप्त किया था।

 

डॉक्टर प्रसाद ने सीताफलमंडी के एक छोटे से क्लीनिक में प्रैक्टिस शुरू की थी। धीरे-धीरे उन्होंने छोटे से क्लीनिक से उन्होंने 150 बिस्तरों वाले नर्सिंग होम की शुरुआत की। शहर के कई लोग उनके पास इलाज करवाने आते थे क्योंकि उन्हें डॉक्टक प्रसाद पर काफी बरोसा था। वे हर दिन 100 से ज्यादा मरीजों को देखते थे। 85 साल की उम्र होने के बावजूद भी उनको कोई हेल्थ इश्यू नहीं थे। कोरोना के बढ़ते केसों के बीच भी वे हर दिन 100 के करीब ही मरीजों को देखते थे। 10 जून को उनको गले में खराश और हल्का बुखार महसूस हुआ तो उनके बच्चों ने उनको अस्पताल जाने से रोका लेकिन तब उन्होंने जवाब दिया कि मेरे मरीजों को कौन देखेगा। बच्चों की जिद्द पर जब उनका कोरोना टेस्ट हुआ तो वे पॉजिटिव पाए गए। डॉक्टर प्रसाद ने करीब तीन हफ्ते तक कोरोना से जंग लड़ी लेकिन आखिर में इससे हार गए।


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Seema Sharma

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