1, 2 या फिर 10... जानिए कितने पार्टनर के साथ संबंध बनाने से बढ़ता है HIV एड्स का खतरा? चौंका देगा जवाब!

punjabkesari.in Sunday, Jul 13, 2025 - 01:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क। क्या आपने कभी सोचा है कि शारीरिक संबंध बनाने के लिए पार्टनर्स की संख्या की कोई सीमा होती है? एक-दो, या 10... कितने पार्टनर्स के साथ शारीरिक संबंध बनाने पर एड्स या एचआईवी (HIV/AIDS) होने का खतरा बढ़ जाता है? आइए जानते हैं इस बारे में विशेषज्ञ क्या कहते हैं।

 

HIV कैसे फैलता है?

टेक्सास में प्रैक्टिस कर रहे डॉ. हुसाम इसा के मुताबिक शारीरिक संबंध बनाने के दौरान HIV का ट्रांसमिशन तब होता है जब HIV से संक्रमित व्यक्ति के शारीरिक द्रव (फिजिकल फ्लूड) जैसे रक्त (ब्लड), स्पर्म, वजाइनल डिस्चार्ज या रेक्टल फ्लूड गैर-संक्रमित व्यक्ति के रक्त प्रवाह (ब्लड फ्लो) में प्रवेश करते हैं।

PunjabKesari

सिर्फ पार्टनर्स की संख्या नहीं, कई और कारण भी हैं जिम्मेदार

विशेषज्ञ बताते हैं कि HIV या एड्स का खतरा सिर्फ पार्टनर्स की संख्या पर निर्भर नहीं करता है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार होते हैं जैसे:

  • कंडोम का इस्तेमाल

  • साथी का HIV स्टेटस

  • अन्य यौन संचारित रोग (STIs)

Journal of Infectious Diseases में प्रकाशित एक रिसर्च के मुताबिक हर बार शारीरिक संबंध बनाने के दौरान HIV ट्रांसमिशन का खतरा अलग होता है। अगर बिना कंडोम के एनल सेक्स करते हैं तो हर बार संपर्क में आने पर 1.38 प्रतिशत प्रति कनेक्शन खतरा होता है। वहीं वजाइनल सेक्स के दौरान यह खतरा 0.08% प्रति कनेक्शन होता है।

यह भी पढ़ें: Boyfriend के साथ शारीरिक संबंध बनाने के बाद तेज ब्लीडिंग से Girlfriend की मौत

PunjabKesari

जितने ज़्यादा पार्टनर, उतना ज़्यादा खतरा

विशेषज्ञों की मानें तो शारीरिक संबंध बनाने के दौरान एचआईवी और एड्स का खतरा पार्टनर्स की संख्या बढ़ने के साथ बढ़ता है, क्योंकि हर नया पार्टनर नया खतरा लेकर आता है। अगर वह एचआईवी पॉजिटिव है तो वह बीमारी को ट्रांसफर कर सकता है।

दिल्ली के संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. जतिन आहूजा के मुताबिक सिर्फ एक पार्टनर के साथ शारीरिक संबंध बनाना भी खतरनाक हो सकता है अगर वह एचआईवी पॉजिटिव है तो यह दिक्कत दे सकता है। इसके बाद जैसे-जैसे पार्टनर्स की संख्या बढ़ती है खतरा भी कई गुना बढ़ जाता है।

PunjabKesari

ART थेरेपी से घटता है खतरा

अगर आपका एकमात्र पार्टनर HIV पॉजिटिव है और वह एंटी-रेट्रोवायरल थेरेपी (ART) पर नहीं है तो हर बार शारीरिक संबंध बनाने पर HIV ट्रांसमिशन का खतरा बना रहता है। The Lancet में प्रकाशित मेटा-एनालिसिस के मुताबिक यदि HIV पॉजिटिव पार्टनर ART पर है और उसका वायरल लोड अनडिटेक्टेबल है तो ट्रांसमिशन का खतरा बेहद कम हो जाता है।

यह समझना महत्वपूर्ण है कि सुरक्षित यौन संबंध बनाना और अपने पार्टनर के स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जागरूक रहना ही इस खतरे को कम करने का सबसे प्रभावी तरीका है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Rohini Oberoi

Related News