नशे की लत के आदी अपराधी ''HIV'' की चपेट में

punjabkesari.in Monday, Nov 07, 2016 - 07:23 AM (IST)

चंडीगढ़(संदीप) : नशे की लत के आदी अपराधी एच.आई.वी. की चपेट में आ रहे हैं। कैदियों में बढ़ रही इस बीमारी के आंकडों का सर्वेक्षण करने के बाद जेल प्रबंधन ने पाया कि एड्स जैसी बीमारी केवल उन कैदियों में ही फैल रही है जो सूई से नशा करते हैं। खासतौर पर इंजैक्शन के जरिए कैमीकल नशा करते हैं। बीमारी का मुख्य कारण संक्रमित इंजैक्शन की सुई सामने आई है। 

 

ये कैदी जेल से रिहा होने के बाद लगातार संक्रमित सुई का प्रयोग कर नशे की लत को पूरा करते हैं जिसके चलते वे इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। जेल प्रबंधन ने एड्स संक्रमित कैदियों की देख-रेख और उनके इलाज के सभी जरूरी बंदोबस्त किए हैं, ताकि कैदियों को सही इलाज मिल सके। दूसरी तरफ इन कैदियों का मैडीकल रिकार्ड भी जेल प्रबंधन द्वारा रखा जा रहा है। 

 

40 कैदियों का चल रहा इलाज :
कैदियों के उपचार से संबंधित रिकार्ड की बात करें तो मौजूदा समय में जेल में करीब 40 कैदी ऐसे हैं जो एड्स से ग्रस्त हैं। जिनके उपचार को लेकर जेल प्रबंधन ने विशेष इंतजाम किए हैं। इन कैदियों को समय-समय पर सरकारी अस्पतालों में उपचार के लिए लेकर जाया जाता है। जिससे इन्हें समय पर उपचार मुहैया करवाया जा सके। वहीं जेल में समय-समय पर सभी कैदियों के जरूरी टैस्ट करवाए जाते हैं, क्योंकि एड्स की बीमारी के शुक्राणों को शरीर में फैलने में काफी समय लगता है, यही कारण है कि कई कैदियों के जेल में आने के कई माह बाद उनमें एड्स के लक्षण पाए जाते हैं। 

 

संक्रमित सूई से करते हैं नशा :
डाक्टरों की जांच में सामने आया कि केवल उन कैदियों में एड्स की बीमारी पाई गई है जो इंजैक्शन के जरिए कैमीकल नशा करते थे। जेल में आने पर उनकी नशे की लत को छुड़ाने के प्रयास किए जाते हैं, लेकिन जमानत पर रिहा होने के बाद  फिर से वे बाहर जाकर नशा करने लगते हैं। ये नशा करते समय एक ही इंजैक्शन और सुई का प्रयोग करते हैं। जिसके कारण एक से दूसरे में यह बीमारी फैल जाती है। 


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