MCD में हाईवोल्टेज ड्रामा, 1 घंटे के लिए सदन स्थगित...मेयर बोलीं- नुकसान पहुंचाने वालों से वसूलेंगे पैसा
punjabkesari.in Thursday, Feb 23, 2023 - 09:45 AM (IST)

नेशनल डेस्क: दिल्ली मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के बाद दिल्ली नगर निगम (MCD) में जो हाई वोल्टेज ड्राम बुधवार को शुरू हुआ था वो गुरुवार तक जारी रहा। स्टैंडिंग कमेटी के इलेक्शन में MCD में जमकर हंगामा हुआ। गुरुवार सुबह तो AAP और भाजपा की महिला पार्षदों में ही हाथापाई हो गई। वहीं आज एक घंटे के लिए बैठक स्थिगत करनी पड़ी। इस पर मेयर शैली ओबरॉय ने कहा कि नुकसान पहुंचाने वालों से पैसे वसूलेंगे।
इसलिए शुरू हुआ हंगामा
दिल्ली नगर निगम (MCD) की स्थायी समिति के छह सदस्यों का चुनाव बुधवार को सदन में भारी शोर-शराबे के कारण नहीं हो पाया। महापौर के निर्वाचन के कुछ घंटों बाद यह स्थिति उत्पन्न हुई। आम आदमी पार्टी (AAP) की शैली ओबरॉय के महापौर और आप के ही आले मोहम्मद इकबाल के उपमहापौर निर्वाचित होने के बाद सदन की कार्यवाही एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। जब एक घंटे बाद कार्यवाही शुरु नहीं हुई तब भाजपा पार्षद शिखा राय ने निगम सचिव से देरी की शिकायत की।
बैठक शाम करीब सवा छह बजे फिर शुरू हुई और स्थायी समिति के छह सदस्यों के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हुई। जब महापौर ने मतदान क्षेत्र में मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति दी जब भाजपा सदस्यों ने विरोध किया। उनमें कई आसन के समीप आ गए और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ नारे लगाने लगे। नवनिर्वाचित महापौर ने कहा, ‘‘जो सदन में व्यवस्था नहीं बनाए रखेंगे, उन्हें सदन से बाहर कर दिया जाएगा।'' महापौर ने करीब 6 बजकर 35 मिनट पर सदन स्थगित कर दिया लेकिन तब तक कई सदस्य मतदान कर चुके थे। 7 बजकर 40 मिनट पर महापौर ने सदस्यों से कहा कि जिनके पास मतपत्र हैं वे लौट आए और तभी वह निर्णय लेंगी। तब भाजपा सदस्य ‘तानाशाही नहीं चलेगी ' नारा लगाने लगे। भाजपा सदस्यों का एक समूह आसन के पास चला गया और ‘एक सदन में दो कानून, नहीं चलेंगे' नारा लगाने लगे।
फुल नाइट चला जबर्दस्त ड्रामा
पूरी रात सदन में जबर्दस्त ड्रामा चला। बार-बार सदन की कार्यवाही स्थगित की जाती रही। 'तानाशाही नहीं चलेगी' के नारे गूंजे। माइक तोड़ दिए गए। पार्षदों में हाथापाई देखने को मिली। एक दूसरे पर पानी और बोतलें फेंकी गईं। हो-हल्ला, शोरगुल के बीच हनुमान चालीसा पढ़ी गई। पूरी रात इसी तरह कट गई लेकिन MCD की स्थायी समिति के सदस्यों का चुनाव नहीं हो पाया।