Mutual Fund: इस SIP ने रच दिया इतिहास! 1 लाख के निवेश को बना दिया ₹1.4 करोड़
punjabkesari.in Monday, Jun 02, 2025 - 08:22 AM (IST)

नेशनल डेस्क: अगर आप सोचते हैं कि बड़ी दौलत केवल बड़े निवेश से बनती है, तो निवेश की दुनिया में धैर्य और सही फंड का चुनाव ही असली चाबी है। ऐसा ही एक उदाहरण है एक ऐसा म्यूचुअल फंड, जिसने बीते करीब 29 सालों में अपने निवेशकों को चौंकाने वाला रिटर्न दिया है। महज ₹1 लाख का निवेश, और आज उसकी वैल्यू ₹1.4 करोड़ से ज्यादा हो गई है। यह कोई चमत्कार नहीं, बल्कि HDFC Flexi Cap Fund की सटीक रणनीति और लंबे समय तक बाजार में टिके रहने की ताकत का नतीजा है।
तीन दशक की स्थिरता और मजबूत रिटर्न
1995 से अब तक की यात्रा में इस फंड ने शानदार प्रदर्शन किया है। अगर किसी निवेशक ने 1 जनवरी 1995 को इसमें ₹1 लाख का निवेश किया होता, तो आज उसकी वैल्यू करीब ₹1.4 करोड़ हो चुकी होती। यानी औसतन 18.63% सालाना चक्रवृद्धि रिटर्न, जो किसी भी लॉन्ग टर्म निवेशक के लिए आदर्श माने जा सकते हैं।
रोलिंग रिटर्न्स में मजबूती, हर दौर में भरोसेमंद
HDFC Flexi Cap Fund की सबसे बड़ी खासियत इसकी रोलिंग रिटर्न्स की मजबूती है। पांच साल के हर रोलिंग पीरियड में इसने सकारात्मक रिटर्न दिया, और करीब 86% मामलों में रिटर्न 10% से ऊपर रहा। यह दर्शाता है कि यह फंड केवल बुल मार्केट में नहीं, बल्कि बाजार की अनिश्चितता में भी अच्छा प्रदर्शन करता रहा है।
निवेश में फ्लेक्सिबिलिटी इसकी पहचान
यह फंड बाजार की स्थितियों के अनुसार बड़ी, मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के बीच निवेश का अनुपात बदल सकता है। इसका मतलब यह हुआ कि फंड मैनेजर को यह स्वतंत्रता होती है कि वह उस समय के अनुसार सबसे उपयुक्त स्टॉक्स में निवेश करे। इस लचीलेपन के कारण जोखिम और रिटर्न का संतुलन बेहतर तरीके से साधा जा सकता है।
छोटे निवेशकों के लिए भी बड़ा मौका
SIP या लंपसम के जरिए महज ₹100 से शुरुआत की जा सकती है। यानी यह फंड उन नए निवेशकों के लिए भी सुलभ है जो धीरे-धीरे निवेश की शुरुआत करना चाहते हैं। हालांकि, यह ध्यान देना जरूरी है कि यह फंड ‘उच्च जोखिम’ श्रेणी में आता है और केवल उन्हीं निवेशकों के लिए उपयुक्त है जो लंबी अवधि के लिए निवेश करने को तैयार हों।
निवेश से पहले सावधानी जरूरी
भले ही इस फंड का ट्रैक रिकॉर्ड शानदार रहा है, लेकिन कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले अपनी जोखिम सहनशीलता, निवेश अवधि और वित्तीय लक्ष्यों को समझना जरूरी है। साथ ही, फंड से जुड़ी सभी जानकारी, स्कीम डॉक्यूमेंट्स और शर्तें ध्यान से पढ़नी चाहिए।