PM मोदी को ‘सरेंडर’ कहने वाले बयान पर बिफरी BJP, राहुल को बताया ‘ब्लंडर’, कहा- उनकी गलतियों...

punjabkesari.in Thursday, Jun 05, 2025 - 10:56 PM (IST)

नेशनल डेस्कः राहुल गांधी ने भोपाल में एक जनसभा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर ‘सरेंडर’ का आरोप लगाया। बीजेपी ने जवाब में राजनीतिक मिसाइलों की बौछार कर दी। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने पलटवार करते हुए न केवल राहुल गांधी की आलोचना की, बल्कि उन्हें “राष्ट्रीय सुरक्षा पर खिलवाड़ करने वाला नेता” तक कह डाला। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता आरपी सिंह ने एक ट्वीट में राहुल गांधी पर तंज कसते हुए कहा: “राहुल गांधी को लेकर इतने आरोप और विवादित घटनाएं हैं कि अब वो सिर्फ कांग्रेस के लिए ही नहीं, पूरे देश के लिए बोझ बन चुके हैं। उन्होंने पार्टी को कमजोर किया और भारत की सुरक्षा, कूटनीति और सम्मान को गंभीर नुकसान पहुंचाया।”

आरपी सिंह के इस बयान ने ट्विटर पर बहस छेड़ दी, और #MrBlunder ट्रेंड करने लगा। बीजेपी समर्थकों ने राहुल गांधी की पुरानी नीतियों और विवादास्पद बयानों को याद दिलाना शुरू कर दिया। 


आइए जानते हैं कैसे एक व्यक्ति भारत की राजनीति का सबसे महंगा ‘ब्लंडर’ साबित हुआ:

ब्लंडर 1: चुनावी हार का सिलसिला

राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने 90 से ज्यादा चुनाव हारे।
उत्तर से दक्षिण और पूरब से पश्चिम – हर राज्य में जनता ने उन्हें बार-बार नकारा।
गुजरात, असम, कर्नाटक, दिल्ली, यूपी से लेकर केरल तक कांग्रेस लगातार हारती रही।

 ब्लंडर 2: बाटला हाउस एनकाउंटर पर सवाल

2008 के बाटला हाउस मुठभेड़ में आतंकवादी मारे गए और बहादुर पुलिस ऑफिसर मोहन चंद शर्मा शहीद हुए।
सोनिया गांधी की आंखों में कथित तौर पर आतंकियों के लिए आंसू थे, न कि शहीद जवान के लिए।
राहुल गांधी ने भी इस पर कुछ नहीं कहा — चुप्पी साधे रखी।

ब्लंडर 3: सियाचिन पाकिस्तान को देने की तैयारी

UPA सरकार के समय भारत सियाचिन ग्लेशियर पाकिस्तान को देने की बातचीत में शामिल था।
राहुल गांधी ने उस नीति का समर्थन किया।
यह रणनीतिक रूप से भारत के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता था।

ब्लंडर 4: लद्दाख में 600 किमी. का नुकसान

पूर्व विदेश सचिव श्याम सरन ने बताया कि यूपीए सरकार के दौरान भारत ने लद्दाख में 600 वर्ग किमी जमीन चीन को खो दी। राहुल गांधी ने इस पर कभी विरोध नहीं जताया।

ब्लंडर 5: चीन सीमा पर सड़कें नहीं बनाई

तत्कालीन रक्षा मंत्री ए.के. एंटनी ने संसद में माना कि UPA सरकार ने चीन से डरकर सीमा पर सड़कें नहीं बनाईं। यह डर और कमजोरी की नीति थी, न कि कोई रणनीति।

ब्लंडर 6: गुप्त बैठक – चीन के साथ

गलवान घाटी में संघर्ष के दौरान, राहुल गांधी ने दिल्ली के होटल इम्पीरियल में गुप्त रूप से चीनी राजनयिकों से मुलाकात की। जब पूरा देश शहीदों के लिए शोक मना रहा था, राहुल चीन से "बैठकें" कर रहे थे।

ब्लंडर 7: 26/11 के बाद चुप्पी

मुंबई हमले के बाद कोई सख्त कार्रवाई नहीं हुई। कहा जाता है कि राहुल गांधी का खेमा इस डर से विरोध में था कि अगर हमला हुआ तो राष्ट्रवाद बढ़ेगा और BJP को फायदा होगा।

ब्लंडर 8: सेना पर शक

सर्जिकल स्ट्राइक और बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद राहुल ने सेना से सबूत मांगे। इससे पाकिस्तान को मौका मिला भारत पर सवाल उठाने का।

ब्लंडर 9: घोटालों की आंधी

यूपीए सरकार के दौरान बड़े-बड़े घोटाले सामने आए:

  • 2G स्पेक्ट्रम घोटाला – ₹1.76 लाख करोड़

  • कोयला घोटाला – ₹1.86 लाख करोड़

  • CWG (कॉमनवेल्थ) घोटाला – ₹70,000 करोड़
    जनता ने इसे “लूट की सरकार” करार दिया।

ब्लंडर 10: नेशनल हेराल्ड घोटाला

राहुल और सोनिया गांधी पर आरोप है कि कांग्रेस पार्टी के फंड से करोड़ों की संपत्ति हथियाई गई। इस मामले में दोनों जमानत पर हैं।

 ब्लंडर 11: “हिंदू आतंक” का प्रचार

कांग्रेस ने “भगवा आतंकवाद” या “हिंदू टेरर” जैसा शब्द गढ़ा। इससे पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत के खिलाफ बोलने का बहाना मिल गया।

ब्लंडर 12: जेएनयू और टुकड़े-टुकड़े गैंग

राहुल गांधी ने उन छात्रों का समर्थन किया जो “भारत तेरे टुकड़े होंगे” जैसे नारे लगा रहे थे। राहुल ने उनका साथ दिया, बजाय उनके खिलाफ खड़े होने के।

ब्लंडर 13: विदेश में भारत को बदनाम करना

राहुल गांधी ने अमेरिका, ब्रिटेन और अन्य देशों में भारत को "तानाशाही", "जज बिके हुए", "मीडिया गुलाम" जैसा बताया। इससे भारत की लोकतांत्रिक छवि को नुकसान पहुंचा।

ब्लंडर 14: अध्यादेश फाड़ने का नाटक

2013 में राहुल गांधी ने अपनी ही सरकार के बनाए अध्यादेश को प्रेस कांफ्रेंस में फाड़ दिया। इससे तत्कालीन पीएम मनमोहन सिंह की सरेआम बेइज्जती हुई।

ब्लंडर 15: चीन से गुप्त समझौता

2008 में राहुल और कांग्रेस पार्टी ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ एक गुप्त MoU साइन किया था। आज तक उसकी जानकारी न संसद में दी गई, न जनता को।

ब्लंडर 16: राजीव गांधी फाउंडेशन को चीनी फंड

राजीव गांधी फाउंडेशन, जिसमें सोनिया अध्यक्ष हैं और राहुल ट्रस्टी — को चीनी सरकार और उससे जुड़े संगठनों से चंदा मिला। इससे भारत की विदेश नीति पर सवाल उठे।

 


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Content Writer

Pardeep

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