गणतंत्र दिवस के मद्देनजर जम्मू कश्मीर में हाई अल्र्ट, चौक चौबंध सुरक्षा

punjabkesari.in Tuesday, Jan 24, 2017 - 12:08 AM (IST)

जम्मू/श्रीनगर : गणतंत्र दिवस की तैयारियों के मद्देनजर जम्मू कश्मीर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ रोकने के लिए सेना की अतिरिक्त तैनाती की गई है।


शीर्ष सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि गणतंत्र दिवस से पहले जम्मू में अंतर्राष्ट्रीय सीमा से घुसपैठ रोकने के लिए 1600 से अधिक अतिरिक्त अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
श्रीनगर और जम्मू में लोगों के आवागमन और सुरक्षा के लिहाज से इन शहरों में मोबाइल वाहन जांच चौकियां (एमवीसीपी) और अतिरिक्त स्थिर जांच चौकियां बनाई गई हैं।
श्रीनगर के बाहरी इलाकों में ही सभी वाहनों को रोक लिया जाता है और लोगों और वाहनों की पूरी तरह से जांच के बाद ही उन्हें शहर के अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाती है।
कश्मीर क्षेत्र के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर हमारी तैयारियों में कुछ नया नहीं है। यह दिनचर्या है और हम इस साल भी समान अभ्यास का अनुसरण कर रहे हैं।


घाटी के अन्य जिला मुख्यालयों से आई रपटों के मुताबिक, वहां भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। गणतंत्र दिवस पर प्रत्येक जिला मुख्यालय में ध्वजारोहण और औपचारिक परेड का आयोजन किया जाना है। श्रीनगर में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन बख्शी स्टेडियम में किया जाएगा। पुलिस अधिकारी ने कहा कि गणतंत्र दिवस कार्यक्रमों के लिए तीन-स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हम खुफिया एजेंसियों और सेना के सहयोग से काम कर रहे हैं। कश्मीर घाटी के ग्रामीण क्षेत्रों में राष्ट्रीय रायफल्स ने खोजी कुत्तों के साथ सडक़ों पर गश्त शुरू कर दी है।


बता दें कि हाल ही में आतंकियों का एक वीडियो वायरल हो गया था जिसके बाद 26 जनवरी को देखते हुए घाटी में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गयी है। सुरक्षा एजेंसियां सोशल मीडिया पर पैनी निगाह बनाए हुई हैं। अब सेना की आईटी इंटेलिजेंस यूनिट इस वीडियो के सोर्स का पता लगा रही है।


आपको बता दें कि 16 जनवरी को भी सुरक्षा बलों ने दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में हिज्बुल के तीन आतंकियों को मार गिराया था। इन आतंकियों ने भी वीडियो जारी कर घाटी में हमले की धमकी दी थी लेकिन सेना और  पुलिस वीडियो के जरिये इन आतंकियों तक पहुंच गई और एक एनकाउंटर में इन्हें ढेर कर दिया था। वहीं, कुछ दिन पहले हिजबुल आतंकी संगठन ने धमकी भरे पोस्टरों को जारी करके लोगों को 26 जनवरी के कार्यक्रमों से दूर रहने के लिए कहा था।

उधर, सैयद अली शाह गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और मोहम्मद यासिन मलिक सहित सभी अलगाववादी नेताओं ने गणतंत्र दिवस के मौके पर विरोध स्वरूप बंद का आह्वान किया है।

 


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