हैल्थ डिपार्टमैंट सतर्क : डेंगू और चिकनगुनिया के बाद अब इस बीमारी पर रहेगा फोकस

punjabkesari.in Tuesday, Nov 15, 2016 - 11:22 AM (IST)

चंडीगढ़(रवि ):  सुबह और रात के तापमान में गिरावट आ चुकी है पर दिन का तापमान अब भी ज्यादा है। ऐसे में डेंगू के केस अभी तक थम नहीं रहे हैं। यह कहना है मौसम विभाग के निदेशक डाक्टर सुरिंद्र पॉल का। उन्होंने बताया कि मौसम में काफी बदलाव आ गया है और उम्मीद है कि अगले हफ्ते तक दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी, जिसके साथ ही डेंगू भी खत्म हो जाएगा। एंटी मलेरिया विभाग के नोडल ऑफिसर डाक्टर गौरव अग्रवाल ने बताया कि पहले के मुकाबले डेंगू के केसिज में कमी आई है लेकिन विभाग की तरफ से डेंगू ड्राइव जारी रहेगी। विभाग ड्राइव के तहत शहर में घरों की चैकिंग व लापरवाही के लिए चालान काट रहा है। 

 

वहीं स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू के बढ़ते मामलों के मद्देनजर जी.एम.एस.एच.-16 में स्पैशल फीवर ओ.पी.डी. चलाई थी। हैल्थ डायरैक्टर डाक्टर राकेश कुमार कश्यप ने बताया कि फिलहाल फीवर में कमी आई है लेकिन फीवर ओ.पी.डी. अभी जारी रहेगी। पिछले हफ्ते तक ओ.पी.डी. में 400 के करीब मरीज रोजाना दर्ज किए जा रहे थे लेकिन विभाग ने बताया कि इस हफ्ते से मरीजों में कमी आई है। करीब 200 मरीज फीवर के लिए ओ.पी.डी. आ रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की मानें तो अब डेंगू का डंक ठंडा पड़ चुके है लेकिन बर्ड फ्लू की संभावना के मद्देनजर अब उस तरफ ध्यान केंद्रित किया जाएगा जिसके संकेत मौसम विभाग ने पहले ही दे दिए हैं। 

 

वर्ष 2016 में 836 मरीज व 23 मौत 
अगस्त में डेंगू के 21 मरीज थे, वहीं सितम्बर में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 354 दर्ज की गई। साथ ही चिकनगुनिया के 44 मरीज कन्फर्म किए गए। अक्तूबर में डेंगू मरीजों की संख्या 722 पहुंची जबकि चिकनगुनिया का आंकड़ा 150 दर्ज किया गया। नवम्बर में अब तक हैल्थ विभाग द्वारा डेंगू मरीजों की कुल संख्या 836 बताई गई जबकि चिकनगुनिया की संख्या 234 है। डेंगू से मौत की बात करें तो शहर में अभ तक 23 लोग इसका ग्रास बन चुके हैं। 

 

गत वर्ष के मुकाबले डेंगू कम
वर्ष 2015 में जहां डेंगू के मरीजों की संख्या 1086 थी, वहीं इस बार अभी तक डेंगू मरीजों की कुल संख्या 836 है। वहीं वर्ष 2014 में 13 केस डेंगू के दर्ज हुए थे। वर्ष 2013 में 107, 2012 में 351, 2011 में 73 केस देखने को मिले थे। पिछले वर्ष के आंकड़े देखते हुए इस बार एंटी मलेरिया विभाग द्वारा काफी पुख्ता इंतजाम किए हैं। विभाग ने इस बार डेंगू की रोकथाम के लिए 75 टीमें शहर में लगाईं जो घर-घर जाकर जांच कर रही हैं।  

 

2011 के बाद आया चिकनगुनिया
इस वर्ष अब तक चिकनगुनिया के 234 केस सामने आ चुके हैं। साल 2011 के बाद शहर में यह पहला मौका है जब चिकनगुनिया ने शहर में दस्तक दी है जबकि पांच पहले शहर में चिकनगुनिया का एक केस कंफर्म किया गया था। वहीं इस बार डेंगू के केस जहां अभी तक 836 हैं वहीं पिछले वर्ष यह आंकड़ा 1000 पार था।  

 

पपीते के पत्ते व लाल फिटकरी लाभकारी
शहर के एक रिटायर्ड आई.ए.एस. ऑफिसर पी. राम की मानें तो उन्होंने महज 3 दिन में डेंगू बुखार से निजात पाया वह भी पपीते के पत्ते और लाल फिटकरी के प्रयोग से। उन्हें यह देसी नुस्खा किसी जानकार ने बताया था।  आयुर्वेद में डेंगू और चिकनगुनिया की रोकथाम के लिए काफी दवाइयां आयुष विभाग के नोडल ऑफिसर डाक्टर कपिला की मानें तो लाल फिटकरी डेंगू बुखार में काफी गुणकारी है। इनके इस्तेमाल से बॉडी की इम्यूनिटी शक्ति बढ़ती है जिससे डेंगू और चिकनगुनिया में जल्द आराम मिलता है। पी. राम ने भी लाल फिटकरी व पपीते के पत्तों से डेंगू के इलाज के प्रचार करने की अपील स्वास्थ्य विभाग से की है, ताकि अधिक लोगों को इसका लाभ मिल सके। 


 


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