चोटी प्रकरण : कश्मीर में हड़ताल,प्रतिबंधों से जनजीवन प्रभावित

punjabkesari.in Monday, Oct 09, 2017 - 02:51 PM (IST)

श्रीनगर : कश्मीर घाटी में चोटी काटने की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ  अलगावादियों द्वारा किऐ जाने वाले प्रदर्शनों को रोकने के लिए सोमवार को प्रशासन ने श्रीनगर के कुछ हिस्सों में प्रतिबंध लगा दिया। इस दौरान हिंसा की अशंका के चलते प्रशासन ने रेल सेवाओं को निलंबित कर दिया। ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर के शहर-ए-खास, पुराने इलाकों सहित घाटी के कई अन्य इलाकों में शनिवार को curfew जैसे हालात रहेें।  सुरक्षा बलों की गोलीबारी में तीन युवकों के मारे जाने के विरोध में अलगाववादियों की ओर से आहूत हड़ताल के मद्देनजर विरोध-प्रदर्शनों को रोकने के लिए आज सुबह से कफ्र्यू जैसे प्रतिबंध लागू कर दिये गये हैं।

इस दौरान हड़ताल और प्रतिबंधों की वजह से समूची घाटी में आम जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। हिंसा की अशंका के मद्देनजर रेल सेवाएं बाधित रहीं। दक्षिण कश्मीर के कुलगाम, पुलवामा और पम्पोर में भी कफ्र्यू जैसे प्रतिबंध लगाए गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि श्रीनगर के पुराने इलाके में स्थित एम आर गंजए नौहट्टा, खानयार, रैनावाड़ी और सफाकदल के पांच थाना क्षेत्रों में धारा 144 के तहत प्रतिबंध हैं । सुरक्षा बलों और राज्य पुलिस के जवानों ने सभी सडक़ों को कंटीले तारों से बंद कर दिया है और लोगों को अपने-अपने घरों के भीतर रहने के निर्देश दिये जा रहे हैं।

यातायात बंद चट्टाबल से खानयार की ओर जाने वाले मुख्य नल्लामार मार्ग को भी बंद कर दिया गया है और किसी को भी आवागमन की अनुमति नहीं दी जा रही है। एस.के.आई.एम.एस. अस्पताल की ओर जाने वाली ईदगाह रोड को खुला रखा गया है लेकिन केवल मरीजों को ले जा रहे वाहनों और एंबुलेंस को पूरी जांच के बाद आगे जाने दिया जा रहा है।

घर से बाहर निकलने पर रोक
लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं नल्लामार मार्ग के दोनों तरफ  के निवासियों ने आरोप लगाया है कि इस इलाके में तैनात सुरक्षा बल उन्हें घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं दे रहे हैं। सुरक्षा बलों के एक जवान ने कहा कि हमें किसी को भी घर से बाहर नहीं निकलने देने और पाबंदियों का सख्ती से पालन करवाने के निर्देश मिले हैं। उसके मुख्य द्वार बंद कर दिये गये हैं और जामिया बाजार में सुरक्षा बलों के जवान तैनात हैं।

सडक़ों से गाडिय़ां नदारद
अधिकारियों ने कहा कि सार्वजनिक परिवहन सेवा मुख्य रूप से सडक़ों से नदारद रही जबकि कुछ कैब और निजी वाहन ही सडक़ों पर दौड़ते नजर आए। श्रीनगर और घाटी के अन्य प्रमुख शहरों और कस्बों में दुकानें, सार्वजनिक परिवहन और शैक्षणिक संस्थान बंद रहे। हालांकि, जिन स्थानों पर प्रतिबंध लागू नहीं किया गयाए वहां निजी वाहनों की आवाजाही सामान्य रूप से हो रही है।

शांतिपूर्ण है स्थिति
पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि पूरी कश्मीर घाटी में अबतक स्थिति शांतिपूर्ण है और कहीं से भी कोई अप्रिय घटना की खबर नहीं है। बता दें कि पिछले एक महीने के दौरान घाटी के विभिन्न स्थानों में चोटी काटने की 50 से अधिक घटनाएं सामने आई, लेकिन अभी तक इसके गुनहगार का कोई पता नहीं लगा है इसलिए इनके लिए किसी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में शुक्रवार को भीड़ ने एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को भूलवश चोटी काटने वाला समझकर उसकी हत्या कर दी।

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Recommended News

Related News