कोझिकोड विमान हादसे पर ट्वीट करने वाले कांग्रेसी सांसदों पर भड़के हरदीप पुरी, कहा- फैक्ट चेक हो
punjabkesari.in Monday, Aug 10, 2020 - 06:03 PM (IST)
नई दिल्लीः केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर उन लोगों के खिलाफ एक फैक्ट चेक की सिफारिश की है, जिन्होंने सिर्फ मीडिया का ध्यान आकर्षित करने के लिए कोझीकोड़ त्रासदी पर कई बयान दिए हैं। नागरिक उड्डयन मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा, “उन लोगों के खिलाफ एक फैक्ट चेक किया जाना चाहिए, जिन्होंने केवल मीडिया का ध्यान खींचने के लिए कोझीकोड दुर्घटना पर कई बयान दिए हैं, जबकि इस दुर्घटना में 18 बहुमूल्य मानव जीवन खो गए थे। ये न सिर्फ गैर-जिम्मेदाराना है, बल्कि शायद जानबूझकर शरारत के उद्देख्य से किया गया है।“
पुरी ने अपने ट्वीट में लिखा, "तथ्यों के बारे में पूरी तरह से जाने बिना कांग्रेस पार्टी के कुछ सदस्यों की ओर से उत्साह में कुछ ट्वीट किए गए थे। सांसद रवनीत बिट्टू एक नैरो बॉडी विमान और एक वाइड बॉडी विमान के बीच अंतर नहीं जानते फिर भी उन्होंने इस विषय पर एक विशेषज्ञ की तरह से ट्वीट किया! उन्होंने (बाद में) अपना ट्वीट डिलीट करके अच्छा किया।"
A fact check is recommended for individuals who for sake of media attention have made several statements on the Kozhikode tragedy in which 18 precious human lives were lost. These not just bordered on the irresponsible but were perhaps deliberately designed to be mischievous. pic.twitter.com/f15z1s1eYJ
— Hardeep Singh Puri (@HardeepSPuri) August 10, 2020
शशि थरूर पर भी निशाना, एक सांसद को प्रोटोकॉल पर दी सीख
कांग्रेस सांसद थरूर को निशाने पर लेते हुए उन्होंने कहा, "मुझे खुशी है कि मेरे दोस्त शशि थरूर ने तथ्यों की जांच की है और कल अपनी धुन बदल दी है। लेकिन सांसद मणिकम टैगोर जागरूकता की जबरदस्त कमी के साथ बाहर आए। जो नहीं परिचित हैं, उन्हें बता दूं, वह चाहते था कि मैं कोझीकोड जाऊं, जबकि मैं पहले से ही रास्ते में था!"
पुरी ने कहा, "उनकी ऐसी इच्छा मीडिया का ध्यान खींचने के लिए थी और उन्होंने विमानन सुरक्षा और प्रोटोकॉल विशेषज्ञ बनने से पहले बुनियादी तथ्यों का अध्ययन नहीं किया था। मंत्रियों का दौरा इस तरह से होना चाहिए कि वे पेशेवर एजेंसियों के राहत और बचाव कार्यों में बाधा न डाले। उनके लिए यह जानना अच्छा होगा कि कोझिकोड के हवाई अड्डे सहित सभी हवाई अड्डों पर उपायों को दिशा-निर्देशों और उपलब्ध सभी विकल्पों पर विचार करने के बाद ही लागू किया जाता है।