इस गांव में नही होती हनुमान जी की पूजा, नाम से ही हो जाते हैं नाराज, जानिए वजह

punjabkesari.in Friday, Nov 10, 2023 - 03:01 PM (IST)

नेशनल डेस्क: संकट मोचन जिनको पूरी दुनिया में पूजा जाता है तो वहीं भारत में देवभूमि के नाम से जानी जाने वाले उत्तराखंड में एक ऐसा गांव हो यहां के लोग हनुमान जी से नाराज हैं। जी हाँ ! अपने सही सुना है। भारत के इस गांव में एक भी हनुमान जी का मंदिर नहीं है। यहां के लोग हनुमान जी के एक काम से आज तक नाराज हैं। जिसकी वजह से वहां कभी हनुमान जी कि पूजा नहीं होती है। ये गांव उत्तराखंड में स्थित है, इस गांव का नाम द्रोणागिरी है। ये गांव उत्तराखंड के चमोली जिले की नीति घाटी में द्रोणागिरी गांव है।

इस गांव में भोटिया जनजाति के 100 परिवार रहते हैं। यह गांव 12 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है। आपको जान कर हेरानी होगी कि यहां के लोग हनुमान जी से क्यों नाराज हैं क्योंकि मुर्शिद लक्षम जी के लिए संजीवनी बूटी को ना पहचाने की वजह से वह पूरा पर्वत उठा ले। स्‍थानीय निवासी बताते हैं कि द्रोणागिरी पर्वत उनके लिए देवता हैं, जो साक्षात रूप में उन्हें दिखाई देते रहे हैं। उनका कहना है कि जब हनुमान जी संजीवनी बूटी लेने आए थे, तो उन्‍होंने पहाड़ के देवता से इसकी अनुमति नहीं ली थी।

उनकी ध्‍यान सा‍धना पूरी होने का भी इंतजार नही किया, जिस के कारण पहाड़ देवता का ध्‍यान भंग हो गया। उन्हों ने ये भी कहा की हनुमान जी ने पहाड़ देवता की दाईं भुजा को भी उखाड़ डाला। द्रोणागिरी के लोग आज भी यही मानते है कि आज भी पहाड़ देवता की दाईं भुजा से खुन बहता है। यही वजह है कि यहां के लोग आज तक हनुमान जी से नाराज है और उनकी पूजा नहीं करते हैं।

 

 


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Mahima

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