दुर्लभ बीमारी: 7 वर्षीय मासूम के पेट से निकला बालों का गुच्छा और जूते का फीता, डॉक्टर भी हैरान!

punjabkesari.in Monday, Sep 22, 2025 - 12:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क। गुजरात के अहमदाबाद में एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां के सरकारी सिविल अस्पताल में डॉक्टरों ने एक 7 साल के मासूम को नई जिंदगी दी है जिसके पेट से बालों का एक बड़ा गुच्छा और जूते का फीता निकाला गया। यह बच्चा मध्य प्रदेश के रतलाम का रहने वाला है।

क्या थी बच्चे की हालत?

शुभम नाम का यह बच्चा पिछले दो महीनों से लगातार पेट दर्द, उल्टी और वजन घटने की समस्या से जूझ रहा था। उसके माता-पिता उसे पहले मध्य प्रदेश के एक निजी अस्पताल में ले गए थे लेकिन वहां उसे कोई फायदा नहीं हुआ। इसके बाद उसे अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश जोशी ने बताया कि शुभम के पेट में बालों का एक बड़ा गुच्छा और जूते का फीता फंसा हुआ था। यह बात सीटी स्कैन और एंडोस्कोपी जांच में सामने आई।

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कैसे हुआ इलाज?

डॉक्टरों की टीम ने एक जटिल लैपरोटॉमी सर्जरी के जरिए इस गांठ को सफलतापूर्वक निकाल दिया। सर्जरी के बाद किए गए डाई टेस्ट में यह पुष्टि हुई कि पेट में कोई भी अवशेष बाकी नहीं है। इसके साथ ही डॉक्टरों ने शुभम को एक मनोचिकित्सक से भी मिलवाया ताकि भविष्य में वह ऐसी चीजें निगलने की अपनी आदत छोड़ सके। इस तरह की आदत को रोकना बेहद ज़रूरी है क्योंकि यह खतरनाक हो सकती है।

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क्या है ट्राइकोबेजोअर रोग?

डॉ. जोशी ने बताया कि शुभम को 'ट्राइकोबेजोअर' नाम की एक दुर्लभ बीमारी थी। इस बीमारी में बच्चे अक्सर अपने बाल या अन्य छोटे सामान निगल लेते हैं। ये बाल पेट में जाकर एक साथ उलझ जाते हैं और एक सख्त गांठ बना लेते हैं जिसे 'बेजोअर' कहा जाता है।

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इस बीमारी के प्रमुख लक्षण हैं:

पेट में दर्द या सूजन

उल्टी आना

भूख न लगना

वजन घटना

कब्ज

वहीं डॉक्टरों का कहना है कि समय पर इलाज और सही मानसिक परामर्श से बच्चे की स्वास्थ्य और जीवन दोनों को सुरक्षित रखा जा सकता है। अब शुभम की हालत पूरी तरह ठीक है और उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।


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Content Editor

Rohini Oberoi

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