एक बार फिर Gurmeet Ram Rahim को मिली राहत, जेल से आया बाहर, मिली इतने दिन की फरलो!

punjabkesari.in Wednesday, Apr 09, 2025 - 09:16 AM (IST)

नेशनल डेस्क। डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को हरियाणा सरकार से एक बार फिर 21 दिन की फरलो (अवकाश) मिल गई है। 9 अप्रैल को राम रहीम पुलिस सुरक्षा में सिरसा स्थित अपने डेरे पहुंच गए। इस दौरान उन्हें लेने के लिए उनकी सबसे करीबी सहयोगी हनीप्रीत भी पहुंची थीं। राम रहीम इस बार सिरसा डेरा में ही रहेंगे।

डेरा सच्चा सौदा स्थापना दिवस से पहले मिली राहत

राम रहीम को यह फरलो डेरा सच्चा सौदा के स्थापना दिवस से पहले दी गई है। डेरा सच्चा सौदा का स्थापना दिवस 29 अप्रैल को है और इस मौके पर डेरा के प्रमुख कार्यक्रम आयोजित करने की योजना है।

पिछले चार साल में 13वीं बार बाहर आए राम रहीम

राम रहीम को यह फरलो दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले 30 दिन की पैरोल मिलने के बाद मिली है। इस तरह पिछले चार वर्षों में यह 13वीं बार है जब राम रहीम जेल से बाहर आए हैं। अगस्त 2017 में दो महिलाओं से बलात्कार के मामले में उन्हें 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद जनवरी 2024 में उन्हें 30 दिनों की पैरोल दी गई थी जिसमें वह पहले सिरसा डेरा में और फिर उत्तर प्रदेश के बागपत में रहे।

 

यह भी पढ़ें: Vijay Mallya का बड़ा दावा: "मैंने ₹6,000 करोड़ का कर्ज लिया, लेकिन ₹14,000 करोड़ की वसूली कैसे?"

 

पिछली फरलो और पैरोल का इतिहास

राम रहीम को इससे पहले अक्टूबर 2023 में हरियाणा चुनाव से चार दिन पहले 20 दिन की पैरोल दी गई थी। उसके बाद अगस्त 2023 में भी उन्हें 21 दिन की फरलो मिली थी जो 2 सितंबर को समाप्त हो गई थी। इससे पहले राम रहीम ने अपने पिता मगहर सिंह की पुण्यतिथि 5 अक्टूबर को परमार्थी दिवस के रूप में मनाने के लिए पैरोल की याचिका दी थी जिसे स्वीकृति मिली थी।

राम रहीम की सजा और जेल में बंदी

राम रहीम फिलहाल हरियाणा राज्य की राजधानी चंडीगढ़ से लगभग 250 किलोमीटर दूर रोहतक स्थित सुनारिया जेल में बंद हैं। 2017 में दो महिलाओं के साथ रेप के आरोप में उन्हें 20 साल की सजा सुनाई गई थी। इसके बाद 2019 में पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें और उनके तीन सहयोगियों को एक पत्रकार की हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा दी थी। राम रहीम के दोषी ठहराए जाने के बाद 25 अगस्त 2017 को सिरसा और पंचकूला में भारी हिंसा हुई थी जिसमें 41 लोग मारे गए थे और 260 से अधिक लोग घायल हो गए थे।

वहीं गुरमीत राम रहीम को मिली यह 21 दिन की फरलो उनके लिए राहत का अवसर साबित हो सकती है लेकिन इस फैसले ने उनके समर्थकों और आलोचकों के बीच फिर से बहस को जन्म दिया है। अब देखना यह होगा कि राम रहीम के खिलाफ लंबित अन्य कानूनी कार्यवाही में क्या नया मोड़ आता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Rohini Oberoi

Related News