भारत के मामले में फिर कूदी ग्रेटा थनबर्ग, दिशा रवि को लेकर पढ़ाया आजादी का पाठ
punjabkesari.in Saturday, Feb 20, 2021 - 11:24 AM (IST)
नेशनल डेस्क: किसान आंदोलन के बहाने भारत में खालिस्तानी साजिश को बढ़ावा देने वाली मशहूर पर्यावरण ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने एक बार फिर मानवाधिकार का मुद्दा उठाकर ट्वीट किया है। ग्रेटा ने दिशा रवि का समर्थन करते हुए लिखा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और शांतिपूर्ण प्रदर्शन सभी का मानवाधिकार है। यह किसी भी लोकतंत्र का मूल हिस्सा होना चाहिए।
#StandWithDishaRavi हैशटैग का किया इस्तेमाल
ग्रेटा थनबर्ग ने Fridays For Future नाम के एक ट्विटर हैंडल के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा कि अभिव्यक्ति की आजादी, शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन और जनसभा करना मानवाधिकार है। ये किसी भी लोकतंत्र का मूल हिस्सा होना चाहिए। इस ट्वीट के साथ #StandWithDishaRavi हैशटैग भी किया गया है। दरअसल फ्राइडे फॉर फ्यूचर की स्थापना ग्रेटा ने 2018 में की थी। इसी के ट्विटर हैंडल से दिशा रवि के समर्थन में कई ट्वीट किए गए थे, अब ग्रेटा ने भी इसे लेकर अपनी आवाज उठाई है।
दिशा रवि काे 13 फरवरी को किया गया था गिरफ्तार
उल्लेखनीय है क दिशा रवि को तीन कृषि कानूनों से संबंधित किसानों के विरोध प्रदर्शन से जुड़ी ‘टूलकिट' सोशल मीडिया पर साझा करने के आरोप में 13 फरवरी को बेंगलुरु से गिरफ्तार किया गया था। पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने ‘टेलीग्राम ऐप' के जरिए जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग को यह ‘टूलकिट' भेजी थी और इस पर कार्रवाई के लिए उन्हे मनाया था। दिल्ली पुलिस के प्रमुख ने कहा था कि दिशा रवि की गरिफ्तारी कानून के अनुरूप की गई है, जो 22 से 50 वर्षीय की आयु के लोगों के बीच कोई भेदभाव नहीं करता।
क्या होता है टूलकिट
आंदोलनों को आगे बढ़ाने और रणनीति तैयार करने के लिए ऑनलाइन टूलकिट का इस्तेमाल तमाम संगठन करते हैं। कह सकते हैं कि जो लोग देश दुनिया के अलग अलग हिस्सों में आंदोलन करते हैं, वो उस आंदोलन को बढ़ाने के लिए लिखित प्लानिंग तैयार करते हैं। उस तैयार प्लानिंग के नोट्स (डेटा) को ही टूलकिट यानी दस्तावेज कहते हैं. इस टूलकिट में प्रदर्शन करने से संबंधित नियम और जानकारियां उपलब्ध होती हैं। टूलकिट ऐसे लोगों के साथ शेयर की जाती है जो आंदोलन को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं।