इटली के 16 और 12 भारतीय कोरोना पीड़ित, भारत में अब तक कुल 28 केस आए सामने
punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2020 - 02:49 PM (IST)
नेशनल डेस्कः जानलेवा कोरोना वायरस (COVID-19) दुनियाभर में अपना असर दिखा चुका है। भारत में भी इसके ताजे मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बुधवार को बताया कि भारत में कोरोना के 28 केस कन्फर्म हैं जिनमें से अब 3 केरल के मरीज थे जो ठीक होकर घर चले गए है। अब भारत में 25 मरीज है जिनका इलाज चल रहा है। स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक सामने आए मामलों में इटली के 16 और भारत के 12 लोग कोरोना से पीड़ित हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके बताया कि अब विदेश से आने वाले हर किसी व्यक्ति की जांच की जाएगी, पहले सिर्फ 12 देशों को लेकर ये एडवाइजरी जारी थ। इस दौरान उन्होंने कहा कि अस्पतालों को अलर्ट रहने को कहा गया है और अलग वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि इससे पहले केंद्र सरकार ने कोरोना वायरस के खतरों से निपटने के लिए बुधवार को एक हाईलेवल मीटिंग की। हर्षवर्धन ने कहा कि अगर ईरान सरकार सहायता करने को तैयार होती है तो वहां भी एक जांच केंद्र बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा होने से स्क्रीनिंग के बाद ईरान से भारत के नागरिकों को वापस लाने में मदद मिलेगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के 28 मामलों में से एक व्यक्ति दिल्ली से और उसके छह रिश्तेदार आगरा से, एक तेलंगाना से जबकि 16 इटली के नागरिक और उनका भारतीय चालक शामिल हैं। इसके अलावा, तीन पुराने मामले केरल के हैं। उन्होंने बताया कि अब तक हवाई अड्डों पर 5,89,000 लोगों की जबकि सीमाओं पर दस लाख से भी ज्यादा लोगों की स्क्रीनिंग की गई है।
मीटिंग में सभी अस्पतालों के डॉक्टर
हाईलेवल मीटिंग में अस्पताओं के डॉक्टरों के साथ-साथ निगमों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। हाईलेवल बैठक में इस वायरस के खतरों से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की गई। बैठक में एम्स, लेडी हार्डिंग आरएमएल तथा सफदरजंग अस्पताल के निदेशकों को बुलाया गया। इसके अलावा सीपीडब्लूडी के महानिदेशक, तीनों नगर निगमों के आयुक्तों, एमडीएमसी के चेयरमैन के अलावा स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी भी बैठक में शामिल हुए।
दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों ने पेरेंट्स को एडवाइजरी
दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कोरोना वायरस का मामला सामने आने के बाद क्षेत्र के कुछ स्कूलों ने छात्रों के पेरेंट्स को परामर्श भेजकर सुझाव दिया है कि बच्चों को सर्दी जुकाम की थोड़ी-सी भी शिकायत होने पर उन्हें स्कूल न भेजें। परामर्श में यह भी कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर स्कूलों में छुट्टी भी की जा सकती है। सूचना जारी करते हुए कहा कि अपने बच्चों को जरा सा भी सर्दी जुकाम या खांसी की शिकायत होने पर स्कूल न भेजें। हम यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि स्कूल के कर्मचारी बच्चों को हर आधे घंटे पर हाथ धुलवाएं। कृपया आप खुद भी यही करें अपने घरेलू सहायकों को करने को कहें और घर में बच्चों से भी करवाएं।” स्कूलों में बच्चों को कोरोना वायरस के लक्षणों की जानकारी भी दी जा रही है।