Gold Base Import Price: भारतीय बाजार में सस्ता होगा सोना...सरकार ने उठाया बड़ा कदम
punjabkesari.in Wednesday, Mar 05, 2025 - 11:37 AM (IST)

नेशनल डेस्क: सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उछाल देखा जा रहा है, जिससे निवेशकों की दिलचस्पी और भी बढ़ गई है। डोनाल्ड ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद से वैश्विक बाजारों में अस्थिरता बढ़ी है, जिसके चलते सोने को एक सुरक्षित निवेश के रूप में ज्यादा तरजीह दी जा रही है। हालांकि, इसी बीच सरकार ने सोने और चांदी के बेस इम्पोर्ट प्राइस में कटौती कर दी है, जिससे आने वाले दिनों में इनकी कीमतों पर कुछ राहत देखने को मिल सकती है।
बेस इम्पोर्ट प्राइस में कटौती
भारत सरकार ने 3 मार्च को सोने और चांदी के आयात मूल्य (बेस इम्पोर्ट प्राइस) में कमी की घोषणा की है।
- सोने का बेस इम्पोर्ट प्राइस 11 डॉलर घटाकर 927 डॉलर प्रति 10 ग्राम कर दिया गया है।
- चांदी के बेस इम्पोर्ट प्राइस में 18 डॉलर की कटौती कर इसे 1025 डॉलर प्रति किलोग्राम किया गया है।
- इससे पहले, फरवरी में सरकार ने चांदी के आयात मूल्य में 42 डॉलर की बढ़ोतरी की थी।
भारत दुनिया में दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता
भारत चीन के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है और अपनी घरेलू जरूरतों को पूरा करने के लिए भारी मात्रा में सोने का आयात करता है।
- वित्त वर्ष 2023-24 में भारत का गोल्ड इम्पोर्ट 30% बढ़कर 45.54 अरब डॉलर पहुंच गया था, जबकि 2022-23 में यह 35 अरब डॉलर था।
- भारत का सबसे ज्यादा सोना आयात स्विट्जरलैंड से होता है, जिसकी हिस्सेदारी 40% है।
- इसके बाद UAE (16%) और दक्षिण अफ्रीका (10%) का स्थान आता है।
सोने का आयात सस्ता ?
बेस इम्पोर्ट प्राइस में कटौती से सोने का आयात सस्ता हो सकता है, जिसका फायदा आगे चलकर ग्राहकों को मिलेगा।
- सरकार हर 15 दिन में आयातित धातुओं का आधार मूल्य निर्धारित करती है।
- आयात शुल्क इसी आधार मूल्य पर लगाया जाता है, जो डॉलर इंडेक्स और अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतों पर निर्भर करता है।
- यदि वैश्विक स्तर पर कीमतें स्थिर रहती हैं और बेस इम्पोर्ट प्राइस कम होता है, तो भारतीय बाजार में सोना सस्ता हो सकता है।
सोने-चांदी की मौजूदा कीमतें
गुड रिटर्न्स के अनुसार, 24 कैरेट सोने का भाव 87,390 रुपये प्रति 10 ग्राम है। चांदी का भाव 96,800 रुपये प्रति किलोग्राम है। विशेषज्ञों के अनुसार, डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ नीतियों के जवाब में चीन और कनाडा के रुख से ट्रेड वॉर और तेज हो सकता है, जिससे सोने की कीमतों में और उछाल आ सकता है।