Gold Silver Crash: सोने की कीमतों में कभी भी आ सकती है बड़ी गिरावट, 20% सस्ता होगा Gold!
punjabkesari.in Monday, Jul 14, 2025 - 05:53 PM (IST)

नेशनल डेस्क: कमोडिटी बाजार में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है...गोल्ड-सिल्वर रेशियो (Gold/Silver Ratio) बीते कुछ हफ्तों में 107 से गिरकर 86.18 तक पहुंच चुका है। यानी करीब 20% की गिरावट, जो यह साफ संकेत देती है कि सोने की तुलना में चांदी में तेजी ज़्यादा है। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि अगर यही ट्रेंड जारी रहा, तो गोल्ड की कीमतों में जल्द ही बड़ी गिरावट देखी जा सकती है।
यह बदलाव सिर्फ आंकड़ों का खेल नहीं, बल्कि निवेश के रुझानों का बड़ा ट्रिगर बन सकता है। निवेशकों को अब गोल्ड की जगह सिल्वर पर ध्यान देना चाहिए या गिरावट का इंतजार करना चाहिए? आइए समझते हैं इस बदलाव के पीछे की पूरी कहानी।
मूल्यवान धातुओं के बाजार में एक बड़ा ट्रेंड शिफ्ट देखने को मिल रहा है। Gold/Silver Ratio (GSRATIO) – जो यह दर्शाता है कि एक औंस सोना खरीदने में कितने औंस चांदी लगेंगे – हाल ही में 107 के उच्चतम स्तर से लुढ़ककर 86.18 पर आ गया है। यानी, चंद हफ्तों में करीब 20% की गिरावट, जो निवेशकों के लिए एक स्पष्ट संकेत हो सकता है कि अब सिल्वर गोल्ड से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
क्यों अहम है यह बदलाव?
Gold/Silver Ratio का गिरना ये नहीं बताता कि गोल्ड कमजोर हो रहा है, बल्कि ये दिखाता है कि सिल्वर की रफ्तार तेज है। ऐसे ट्रेंड आमतौर पर तब बनते हैं जब मार्केट में 'risk-on' सेंटिमेंट हावी हो – यानी निवेशक ज़्यादा जोखिम लेने को तैयार हों और इक्विटी, सिल्वर या कॉपर जैसे एसेट्स में तेजी आए।
MACD लगातार निगेटिव ट्रेंड दिखा रहा
तकनीकी विश्लेषण के अनुसार, गोल्ड-सिल्वर रेशियो इस समय तेज दबाव में है। RSI 29.28 पर है, जो इसे ओवरसोल्ड ज़ोन में रखता है, लेकिन अभी तक किसी तरह के रिवर्सल के संकेत नहीं मिल रहे। MACD लगातार निगेटिव ट्रेंड दिखा रहा है और इसमें गिरावट और तेज़ होती दिख रही है।
Choppiness Index 41 पर पहुंच चुका है, जो यह दर्शाता है कि बाजार अब एक स्पष्ट ट्रेंड में प्रवेश कर चुका है — यानी साइडवेज़ मूवमेंट की जगह अब गिरावट की दिशा बनी हुई है। रेशियो 90.42 के अहम स्तर को तोड़ चुका है, जिससे यह पुष्टि होती है कि ट्रेंड में निर्णायक बदलाव आ चुका है। अब अगला सपोर्ट 82.74 पर माना जा रहा है, जहां रेशियो थोड़ी देर के लिए स्थिर हो सकता है। अगर कोई रिबाउंड आता है, तो सबसे पहले 90.42 और फिर 98.06 पर रेसिस्टेंस का सामना होगा। फिलहाल संकेतक यही कह रहे हैं कि चांदी के मुकाबले सोना कमजोर बना हुआ है।
निवेशकों के लिए क्या रणनीति होनी चाहिए?
90–91 के स्तर तक कोई भी वापसी देखने को मिले तो वो बिकवाली का मौका हो सकता है। जब तक रेशियो 82 से नीचे नहीं आता या ट्रेंड में कोई बड़ा रिवर्सल नहीं दिखता, तब तक सिल्वर को तरजीह देना समझदारी हो सकती है। तकनीकी चार्ट्स फिलहाल 'क्लासिक ब्रेकडाउन' को दर्शा रहे हैं – यानी गिरावट के संकेत अब पुख्ता हैं।
Gold/Silver Ratio आखिर होता क्या है?
यह रेशियो बताता है कि एक औंस गोल्ड खरीदने के लिए कितने औंस सिल्वर की ज़रूरत पड़ेगी। जब यह घटता है, तो यह इस बात का संकेत है कि चांदी सोने के मुकाबले ज्यादा रिटर्न दे रही है। यह अक्सर आर्थिक रुझानों और बाजार के जोखिम लेने के मूड को भी दर्शाता है।