Gold Return: एक साल में ₹1 लाख बना ₹1.28 लाख, FD और SIP को पछाड़कर सोना बना निवेशकों की पहली पसंद
punjabkesari.in Wednesday, Apr 16, 2025 - 11:35 AM (IST)

नेशनल डेस्क: कोरोना के बाद की आर्थिक उठापटक, शेयर बाजार की ऊंच-नीच और FD में सीमित ब्याज... इन सबके बीच अगर किसी ने लगातार निवेशकों का भरोसा जीता है, तो वो है 'Gold'। पिछले 12 महीनों में जब म्यूचुअल फंड और FD जैसे विकल्प औसत रिटर्न ही दे पाए, तब गोल्ड ने निवेशकों को बंपर फायदा पहुंचाया। रिपोर्ट के अनुसार, एक साल पहले सोने में ₹1 लाख लगाने वाले की रकम अब बढ़कर ₹1.28 लाख हो चुकी है। यानी पूरे 28% का रिटर्न – वो भी कम रिस्क में...
एक साल में ₹1 लाख बना ₹1.28 लाख
अगर किसी निवेशक ने अप्रैल 2024 में सोने में ₹1,00,000 का निवेश किया होता, तो आज उसका मूल्य बढ़कर ₹1,28,000 हो गया होता। यानी सोना ने एक साल में 28% से ज्यादा का रिटर्न दिया है। 2025 में अब तक सोना करीब 12% की बढ़त दर्ज कर चुका है, जबकि 2024 में इसने 20.3% का रिटर्न दिया था।
पिछले 25 वर्षों में सिर्फ दो बार निगेटिव रिटर्न
सोने की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह लंबे समय में स्थिर और भरोसेमंद रिटर्न देता है। बीते 25 वर्षों में सोने ने सिर्फ दो बार निगेटिव रिटर्न दिया है। वहीं, 2000 से लेकर अब तक सोने ने 2,027% का रिटर्न दिया है, जबकि इसी अवधि में शेयर बाजार (Sensex) ने 1,470% का रिटर्न दिया है। पिछले एक साल में शेयर बाजार का औसत रिटर्न करीब 8% रहा, जबकि फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) ने 6.8% रिटर्न दिया।
क्यों बढ़ रही है सोने की चमक?
दुनियाभर में चल रहे राजनीतिक और आर्थिक तनाव – जैसे रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल-फिलिस्तीन संकट और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार युद्ध – ने सोने को सेफ हेवन बना दिया है। ऐसे समय में निवेशक सुरक्षित विकल्प की तलाश में सोने की ओर रुख करते हैं। यही वजह है कि पिछले कुछ सालों से दुनिया भर के केंद्रीय बैंक और छोटे निवेशक लगातार सोने की खरीदारी कर रहे हैं।
विशेषज्ञों की मानें तो जब तक वैश्विक हालात स्थिर नहीं होते, तब तक सोने की मांग और कीमतों में तेजी बनी रहेगी। निवेशक भी अब इसे “दूसरा इंश्योरेंस” मानने लगे हैं, खासकर कोरोना काल में सोने ने जिस तरह का प्रदर्शन किया, उसने इसकी उपयोगिता को और भी मजबूत किया है।