Gold Price End of 2025: Gold की कीमतों में तूफानी तेजी...2025 के अंत तक सोने के दाम को लेकर हुई बड़ी भविष्यवाणी

punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2025 - 06:32 PM (IST)

नेशनल डेस्क: 2025 में सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं और यह ट्रेंड आगे भी जारी रहने की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, और इसके 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने का अनुमान है।

2025 में सोने की कीमतों में यह वृद्धि विभिन्न कारणों से हो सकती है, जिनमें बाजार की अस्थिरता, महंगाई का डर, ट्रेड वॉर, और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की भारी खरीदारी प्रमुख हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों और वैश्विक आर्थिक घटनाओं के कारण सोने को सुरक्षित निवेश के रूप में देखा जा रहा है।

इसके अलावा, भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत 85,680 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच चुकी है, जो अब तक की सबसे ऊंची कीमत है। ऐसे में, आने वाले महीनों में सोने की कीमतों में और वृद्धि हो सकती है, और निवेशक इसे एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में देख सकते हैं।

पिछले 40 दिनों में सोने ने 10 बार अपने पुराने ऑल टाइम हाई को तोड़ा। सोमवार को वायदा कारोबार में सोने की कीमत ने एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया, जब यह 85,680 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) में अप्रैल महीने में आपूर्ति वाले अनुबंध का भाव भी इस उच्चतम स्तर पर पहुंचा।

2025 में सोने की लगातार बढ़ती कीमतें

2025 की शुरुआत में ही सोने की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया। अब तक, सोने ने 10 नए ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाए हैं, और इसकी कीमत 2,886 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच चुकी है। भारतीय बाजार में भी सोने की कीमत 85,680 रुपये प्रति 10 ग्राम के नए उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है, जो 2025 में 11 फीसदी से ज्यादा की बढ़त को दर्शाता है।

सोने की बढ़ती कीमतों के कारण

विशेषज्ञों के मुताबिक, सोने की कीमतों में यह तेजी आगे भी जारी रह सकती है, और इसके 3,000 डॉलर प्रति औंस तक पहुंचने की संभावना है। इस तेजी के पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं, जिनमें बाजार में अस्थिरता, महंगाई का डर, ट्रेड वॉर और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की भारी खरीदारी शामिल हैं।

डोनाल्ड ट्रंप की नीतियां और उनकी भूमिका

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियां और आर्थिक फैसले सोने की कीमतों में उछाल का एक अहम कारण बने हैं। ट्रंप के सत्ता में आने के बाद उनके द्वारा उठाए गए फैसलों, जैसे कि कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती और चीन पर आयात शुल्क बढ़ाने की धमकी ने वैश्विक बाजारों में अस्थिरता पैदा की। इसका असर सोने की कीमतों पर भी पड़ा है, क्योंकि मुद्रास्फीति की संभावना और बाजार की अनिश्चितता ने सोने को एक सुरक्षित निवेश विकल्प बना दिया है।

केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की खरीदारी में वृद्धि

ट्रंप की नीतियों और वैश्विक अस्थिरता के कारण, दुनिया भर के केंद्रीय बैंक सोने की भारी खरीदारी कर रहे हैं। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के अनुसार, 2024 में केंद्रीय बैंकों ने लगातार तीसरे साल 1,000 टन से ज्यादा सोना खरीदा। भारत ने 2024 में 73 टन सोना खरीदा, जिससे देश का कुल सोने का भंडार बढ़कर 876 टन हो गया। इसके अलावा, चीन ने पिछले तीन वर्षों में 331 टन सोना खरीदा, जिससे उसका कुल भंडार 2,279 टन तक पहुंच गया।

सोने की कीमतों में भविष्य में और वृद्धि की संभावना

सोने की कीमतों में वर्तमान उछाल और केंद्रीय बैंकों की बढ़ती खरीदारी यह संकेत देती है कि सोने की कीमतें और भी बढ़ सकती हैं। 2025 में वैश्विक अस्थिरता, ट्रेड वॉर, और मुद्रास्फीति के डर के बीच सोने को एक सुरक्षित निवेश माना जा रहा है, जिससे इसकी कीमतों में और वृद्धि हो सकती है।


   
 


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Content Writer

Anu Malhotra

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