Gold Price Update: ₹35,000 तक सस्ता हो सकता है सोना! US FED की मीटिंग में हो सकता बड़ा फैसला
punjabkesari.in Monday, Sep 15, 2025 - 11:51 AM (IST)

नेशनल डेस्क: आने वाले दिनों में सोने के दामों में बड़ी गिरावट देखने को मिल सकती है। वैश्विक बाजारों की नजर इस वक्त अमेरिका की फेडरल रिजर्व (US FED) की 17 सितंबर को होने वाली नीतिगत बैठक पर टिकी है। अगर इस बैठक में ब्याज दरों को लेकर कड़ा फैसला लिया गया, तो सोने की कीमतों में ₹30,000 से लेकर ₹35,000 तक की गिरावट आ सकती है।
बता दें कि बीते 4 हफ्तों में सोने की कीमतों में 10% से भी अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है, जिससे निवेशकों के बीच उत्साह तो है, लेकिन साथ ही चिंता भी गहराती जा रही है। इसकी एक प्रमुख वजह है अमेरिका की फेडरल रिजर्व की 16-17 सितंबर को होने वाली पॉलिसी मीटिंग, जिसमें ब्याज दरों को लेकर अहम फैसला लिया जा सकता है।
सोने में निवेशक लौटे, पर अब रुक सकता है उछाल
कमोडिटी विशेषज्ञों के अनुसार, बीते चार हफ्तों में लगातार तेजी के बाद अब सोने की कीमतें एक स्थिरता की ओर बढ़ सकती हैं। खासकर इसलिए क्योंकि फेड की बैठक से पहले निवेशक सतर्क हो गए हैं और ऊंचे स्तर पर नए सौदों से परहेज़ कर रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर फेड ब्याज दरों में कोई बड़ा बदलाव करता है, तो सोने की कीमतों में 30 से 35 प्रतिशत तक की गिरावट देखी जा सकती है। हालांकि, कुछ जानकार यह भी कहते हैं कि अगर फेड दरों में कटौती करता है, तो यह सोने को एक बार फिर से सहारा दे सकता है।
क्यों चमक रहा है सोना?
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, रूस-यूक्रेन युद्ध और पश्चिम एशिया में चल रहे तनावों ने सोने को एक 'सेफ हेवन' यानी सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में पुनः स्थापित कर दिया है। यही कारण है कि निवेशकों ने फिर से सोने की ओर रुख किया है। एंजेल वन के विश्लेषक प्रथमेश माल्या के अनुसार, रूस-यूक्रेन संघर्ष की तीव्रता और अमेरिका द्वारा भारतीय सोने पर लगाए गए 50% आयात शुल्क ने भी कीमतों को ऊपर की ओर धकेलने में अहम भूमिका निभाई है। उनका कहना है कि इस तेजी में कुछ भी चौंकाने वाला नहीं है। जब भी अनिश्चितता बढ़ती है, निवेशक सोने की तरफ लौटते हैं।
फेड की बैठक क्यों है अहम?
अमेरिका की फेडरल रिजर्व की यह बैठक 16 सितंबर से शुरू होकर 17 सितंबर को खत्म होगी, जिसमें पॉलिसी रेट्स को लेकर फैसला लिया जाएगा। बाजार को यह जानने की उत्सुकता है कि क्या फेड ब्याज दरों में कटौती करेगा या फिर मौजूदा स्तर को बरकरार रखेगा। JM Financial के प्रभारी प्रणव मेर के मुताबिक, "बाजार की दिशा अब पूरी तरह से फेड की बैठक के नतीजों पर निर्भर करेगी। अगर दरों में बदलाव नहीं होता, तो सोने की चाल स्थिर रह सकती है। लेकिन अगर कटौती होती है, तो यह कीमतों को और बढ़ावा दे सकती है।"